बर्लिनः नाज़ी नरसंहार पर कलीसिया की स्थिति पर स्पष्टीकरण की मांग
जर्मनी की चेन्सलर एन्गला मेरेकेल ने मंगलवार को सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें का आव्हान
किया कि नाज़ी नरसंहार पर वे अपनी स्थिति को स्पष्ट करें।
जर्मनी के काथलिक धर्माध्यक्षों
ने लेफेब्रे पंथ के धर्माध्यक्षों को पुनः काथलिक कलीसिया में सम्मिलित करने सम्बन्धी
सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें के निर्णय पर आपत्ति जताई है। इसी के बाद चेन्सलर मेरकेल
ने कहा कि कलीसिया द्वारा नाज़ी नरसंहार की स्पष्टतः निन्दा अनिवार्य है।
काथलिक
कलीसिया में वापस सम्मिलित कर लिये गये लेफेब्रे पंथ के चार धर्माध्यक्षों में धर्माध्यक्ष
विलियमसन भी शामिल हैं जिन्होंने स्वीडिश टेलेविज़न से बातचीत में नाज़ी नरसंहार से इनकार
करते हुए कहा था कि यहूदियों को गैस से भरे नज़रबन्दी शिविरों में नहीं मारा गया था।
विलियमसन के इस दावे ने यहूदी तथा काथलिक जगत में रोष को भड़का दिया था। इसके बाद सन्त
पापा बेनेडिक्ट 16 वें ने विगत बुधवार को साप्ताहिक आम दर्शन समारोह के दौरान सार्वजनिक
रूप से विलियमसन के विचारों की निन्दा करते हुए कहा यहूदियों के प्रति गहन एकात्मता का
प्रदर्शन किया था। उन्होंने कहा था कि इतिहास को बदलने का दुस्साहस नहीं किया जाना चाहिये।
तथापि जर्मनी के अनेक धर्माधिकारियों ने सन्त पापा से आग्रह किया है कि वे विलियमसन के
कलीसिया में पुनर्वास को रद्द कर उन्हें एक बार फिर कलीयिसा से बहिष्कृत कर दें।
इसी
सन्दर्भ में, मंगलवार को चेन्सलर मेरकेल ने कहा था कि वाटिकन से पर्याप्त स्पष्टीकरण
नहीं मिल पाया है।