नई दिल्लीः धर्माध्यक्षों ने आक्रामकों के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की
भारतीय काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन ने उन हमलावरों के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की
है जिन्होंने 24 जनवरी को असम के जोरहट ज़िले के माज़ूली द्वीप में ख्रीस्तीयों को निशाना
बनाया था।
भारतीय काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन के प्रवक्ता फादर जोसफ बाबू ने
कहा कि हमलावर एक चरमपंथी हिन्दु दल के थे जिनके साथ में उनके नेता भी मौजूद थे।
असम
में डीब्रूगढ़ धर्मप्रान्त के फादर विलियम होरो ने बताया कि 24 जनवरी को लगभग 500 पुरोहित,
धर्मबहनें तथा लोकधर्मी एक आदिवासी पुरोहित के अभिषेक समारोह के बाद लौट रहे थे कि कमलाबाड़ी
इलाके के पास एक उग्रवादी दल ने उन्हें रोक दिया। कई पुरोहितों एवं धर्मबहनों की पिटाई
की गई तथा उन्हें धमकीयाँ दी गई कि यदि उन्होंने धर्मान्तरण नहीं छोड़ा तो उन्हें काटकर
रख दिया जायेगा।
फादर होरो ने बताया कि सन्त अन्तोनी उच्चविद्यालय के प्राचार्य
फादर सीज़र हेनरी तथा सेन्ट ज़ेवियर हाईस्कूल के प्राचार्य फादर अमलराज को उनकी गाड़ियों
से बाहर निकाला गया तथा बेरहमी से पीटा गया। उन्होंने बताया कि हमलावर चिल्लाते रहे कि
ये मिशनरी हैं, इन्हें मारो, इन्हें जान से मार डालो।
भारतीय काथलिक धर्माध्यक्षीय
सम्मेलन के प्रवक्ता फादर जोसफ बाबू ने कहा कि बार बार ख्रीस्तीयों पर आक्रमण से भारत
की कलीसिया तंग आ चुकी है तथा सरकार से मांग करती है कि वह माजूली द्वीप में ख्रीस्तीयों
पर अकारण आक्रमण करनेवाले हिन्दु चरमपंथियों के विरुद्ध कार्रवाई करे।