वाटिकनः "फ्रान्सिसी समाज में काथलिक धर्म की रचनात्मक भूमिका हो सकती है" सन्त पापा
बेनेडिक्ट 16 वें
वाटिकन में सोमवार को फ्रान्स के नये राजदूत स्टानिसलाव लाबोले का प्रत्यय पत्र स्वीकार
करते हुए सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें ने इस बात पर बल दिया कि धर्म और, विशेष रूप से,
काथलिक धर्म फ्रान्सिसी समाज में रचनात्मक भूमिका निभा सकता है।
विगत वर्ष सितम्बर
माह में फ्राँस की अपनी यात्रा का स्मरण दिलाते हुए सन्त पापा ने कहा कि लूर्द की रानी
मरियम को समर्पित तीर्थ की 150 वीँ वर्षगाँठ के अवसर पर फ्रान्स में काथलिक धर्म की जीवन्त
उपस्थिति वास्तव में ध्यान देने योग्य थी।
उन्होंने कहा कि उस अवसर पर काथलिक
धर्मानुयायियों ने विश्वास की उस महान क्षमता का साक्ष्य प्रस्तुत किया जिसके अधीन विभिन्न
परिप्रेक्ष्यों से आये स्त्री एवं पुरुष विशाल संख्या में हर्ष और भाईचारे के साथ एकत्र
होते हैं। सन्त पापा ने कहा कि इस प्रकार के क्षण यह दर्शाते हैं कि फ्रान्स का काथलिक
समुदाय देश के लिये एक जीवन शक्ति के सदृश है।
आगामी वर्ष, जैव नैतिकता पर, देश
में होनेवाले वाद विवाद में कलीसिया के योगदान को महत्वपूर्ण बताते हुए सन्त पापा ने
कहा कि देश के काथलिक धर्माध्यक्ष जीवन के पक्ष में मार्गदर्शन प्रदान कर सकते हैं। उन्होंने
कहा कि शक्तिशाली वैज्ञानिक प्रगतियों को सदैव मनुष्य के कल्याण एवं उसकी अहरणीय मर्यादा
के प्रति उत्कंठित रहना चाहिये।
फ्रान्स में विभिन्न धर्मों के अस्तित्व की ओर
ध्यान आकर्षित कराते हुए सन्त पापा ने कहा कि विभिन्न समुदायों के बीच समझदारी एवं वार्ताओं
से शांति का वातावरण उत्पन्न किया जा सकता तथा सभी के लिये न्याय पर आधारित समाज का निर्माण
किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि इस लक्ष्य की प्राप्ति के लिये फ्रान्स के काथलिक धर्माध्यक्ष
प्रयासरत हैं।