2009-01-21 14:14:14

बुधवारीय आमदर्शन समारोह के अवसर पर
संत पापा बेनेदिक्त सोलहवें का संदेश
21 जनवरी, 2009


बुधवारीय आमदर्शन समारोह के अवसर पर संत पापा बेनेदिक्त सोलहवें ने संत पौल षष्टम् सभागार में एकत्रित हज़ारों तीर्थयात्रियों को विभिन्न भाषाओं में संबोधित किया। उन्होंने अंग्रेजी भाषा में कहाः-

मेरे अति प्रिय भाइयो एवं बहनों, पिछले सप्ताह हमने ख्रीस्तीय एकता सप्ताह का शुभारम्भ किया है और इस वर्ष इसकी विषय वस्तु है " ताकि वे सब एक हो जायें।"

एजेकियेल की किताब से ली गयी इन दिव्य वचनों के द्वारा ईश्वर आज हमसे चाहते हैं कि हम एक-दूसरे से एक हो जायें।

इन पंक्तियों में ईश्वर ने एजेकियेल को आज्ञा दी थी और कहा था कि वे ईश्वरीय शक्ति ग्रहण करें और जूदा और इस्राएल को दो लकड़ियों की तरह जोड़ कर एक बना दें। इन वचनों के द्वारा आज प्रभु हमें आमंत्रित करते हुए कह रहे हैं कि हम भी येसु के सच्चे शिष्य के रूप में एक-दूसरे से एक हो जायें।

दितीय वाटिकन की महासभा ने भी हमारा ध्यान इस ओर खींचा है। " युनितातिस रेडिन्तेग्रशियो " के अनुसार अपने दिल के बिना परिवर्तन के एकता के लक्ष्य को कभी भी पूरा नहीं किया जा सकता है।

एकता सप्ताह हम लोगों को यह सुन्दर अवसर प्रदान करता है कि हम ईश्वर को धन्यवाद दें जिन्होंने हमें एक-दूसरे के करीब लाया है।

आज मुझे यह बताते हुए प्रसन्नता हो रही है कि मैंने अन्य कलीसिया के कई प्रतिनिधिय़ों से वाटिकन और अन्य स्थानों में मुलाकात की है मैं उनकी उदारता और आत्मीयता की तारीफ करता हूँ।

आइये आज हम प्रार्थना करें कि इस पावन सप्ताह में होने वाले विभिन्न कार्यक्रम हमारा एक विश्वास एक ईश्वर और एक बपतिस्मा हमें प्रभु के करीब लाये।

और हम उसकी वाणी को सुन सकें ताकि हमारा आध्यात्मिक जीवन मजबूत हो और हम संत पौल की तरह एकता के अर्थ को समझ सकें।

और हम प्रभु में उसी तरह एक हो जायें मानों हम उसके शरीर के अंग हों।

इतना कहकर संत पापा ने अपना संदेश समाप्त किया।

उन्होंने देश-विदेश से आये तीर्थयात्रियों, पर्यटकों और उनके परिवार के सब सदस्यों पर प्रभु की कृपा और शांति की कामना करते हुए सबको अपना प्रेरितिक आशीर्वाद दिया।








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