2009-01-16 16:45:50

ईरान के धर्माध्यक्षों के लिए पंचवर्षीय पारम्परिक मुलाकात की समाप्ति पर संत पापा का संदेश


संत पापा बेनेडिक्ट 16 वें ने ईरान से आये धर्माध्यक्षों को पंचवर्षीय पारम्परिक मुलाकात की समाप्ति पर शुक्रवार को सामूहिक रूप से सम्बोधित किया। उन्होंने धर्माध्यक्षों, पुरोहितों और लोकधर्मियों को उनकी दृढ़ता और निरंतरता के लिए धन्यवाद देकर उनका उत्साहवर्द्धन किया ताकि वे अपने पूर्वजों के विश्वास के प्रति निष्ठावान रहें, अपनी मातृभूमि से जुड़े रहें और देश के विकास में योगदान करें। संत पापा ने बल दिया कि समुदाय के लिए यह जरूरी है कि सार्वजनिक संस्थानों के साथ सदभावनापूर्ण संबंध का विकास जाये ताकि सब लोगों के कल्याण हेतु परस्पर सम्मान के प्रसार में कलीसिया के मिशन को पूरा किया जा सके। संत पापा ने धर्माध्यक्षों को सांस्कृतिक वार्ता और उदारता के क्षेत्र में पहल करने का परामर्श दिया। धर्मसमाजी और पौरोहितिक बुलाहटों के बारे में उन्होंने कहा कि लघु समुदाय होने तथा बहुत बार स्थानीय परिस्थिति के कारण स्थानीय बुलाहटों को प्रोत्साहन नहीं मिल पाता है तथापि बुलाहटों को प्रोत्साहन देना जरूरी है। उन्होंने कहा कि ईरान में पुरोहितों को अपने समुदाय के लोगों को आध्यात्मिक सहायता उपलब्ध कराने के लिए पूरे देश में यात्रा करनी पड़ती है इसलिए ईरानी अधिकारियों के साथ द्विपक्षीय समिति की स्थापना के लिए अध्ययन किया जा रहा है। ईरान में दीर्घकाल से अनेक ईसाई समुदायों की उपस्थिति रही है वे देश के निर्माण और विकास में योगदान देते रहे हैं। अंत में संत पापा ने कहा कि वे ईरान और ईरान के काथलिक समुदाय को अपनी प्रार्थना में याद करेंगे।








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