कोलम्बो, 5 जनवरी, 2009। श्रीलंका की सरकार के द्वारा इस आग्रह को ठुकरा दिये जाने के
बाद कि तमिल टाईगर्स के ख़िलाप जारी अभियान जारी रहेगा मधु तीर्थस्थल में तीर्थयात्रियों
का जाना असंभव हो गया है। तीर्थस्थल के प्रशासक फादर शांतियापिल्लई इमिलियानुसपिल्लई
ने उकान समाचार को बताया कि आशा की जा रही थी कि बड़ी संख्या में श्रद्धालु जन्मपर्व
के अवसर पर तीर्थस्थल के दर्शन करेंगे पर सुरक्षा के अभाव में कोई भी वहाँ नहीं आये। कोलम्बो
से करीब 220 किलोमीटर की दूरी पर अवस्थित इस तीर्थस्थल में आशा की जा रही थी कि करीब
3 हज़ार लोग माता मरिया के दर्शन करेंगे। प्रशासक शांतियापिल्लई ने बताया कि पर्व
के लिये संघर्ष रोकने के प्रस्ताव को प्रशासन के द्वारा अस्वीकार कर दिये जाने जन्म का
पर्व का माहौल बिल्कुल फीका रहा। प्रशासक ने बताया कि जन्म पर्व के अवसर पर सिर्फ
40 व्यक्तियों ने भाग लिया। उसमें तीस लोग सेना के जवान थे। काथलिक धर्माध्यक्षीय
समिति ने पर्व के अवसर पर दिये अपने संदेश में सरकार से आग्रह किया कि वे स्वार्थ भावना
से ऊपर उठकर शांति स्थापना के लिये कार्य करें।