भूबनेश्वरः उड़ीसा में सुरक्षा बलों की तैनाती के बावजूद आतंक का माहौल
उड़ीसा में ख्रीस्तीय विरोधी हिंसा के मद्देनज़र सरकार ने क्रिसमस महापर्व के दौरान यद्यपि
अतिरिक्त सुरक्षा बलों की व्यवस्था की है तथापि लोगों में दहशत है तथा वे अपने घरों को
लौटने के लिये भयभीत हैं।
बताया जाता है कि 23 दिसम्बर को पल्लियों में क्रिसमस
महापर्व की तैयारियों के दौरान सुगधबाड़ी नगर में दो दूकानों को आग के हवाले कर दिया
गया। 26 दिसम्बर को बाकिंगिया गाँव में एक ख्रीस्तीय केन्द्र में आग लगा दी गई।
कँधामाल
के ख्रीस्तीय इस बात को स्वीकार करते हैं कि ख्रीस्त जयन्ती काल में हिंसा को रोकने के
लिये अतिरिक्त सुरक्षा बलों का इन्तज़ाम किया गया है तथापि लोगों में सुरक्षा के प्रति
भय बना हुआ है। अगस्त माह के बाद आरम्भ ख्रीस्तीय विरोधी हिंसा के ज़िम्मेदार लोगों को
पुलिस आज तक गिरफ्तार नहीं कर सकी है। माओवादी तथा ख्रीस्तीयों के विरुद्ध संघर्ष के
लिये गठित नवीन हिन्दु अति वादी संगठन "हिंदु युवा वाहिनी" के उदय से स्थिति और अधिक
तनावपूर्ण हो गई है।
उड़ीसा में सरकार द्वारा शरणार्थियों के लिये लगाये गये
शिविरों में ख्रीस्त जयन्ती के समारोहों का आयोजन किया गया जिसमें 10,000 से अधिक शरणार्थियों
ने भाग लिया।