2008-12-29 16:03:28

देवदूत संदेश प्रार्थना का पाठ करने से पूर्व संत पापा बेनेडिक्ट 16 वें द्वारा दिया गया संदेश


श्रोताओ, रविवार 28 दिसम्बर को संत पापा बेनेडिक्ट 16 वें ने संत पेत्रुस महामंदिर के प्रांगण में देश विदेश से आये हजारों तीर्थयात्रियों के साथ देवदूत संदेश प्रार्थना का पाठ किया। उन्होंने इस प्रार्थना से पूर्व तीर्थयात्रियों को सम्बोधित करते हुए कहाः-

अतिप्रिय भाईयो और बहनो,

ख्रीस्त जयंती काल के समारोहों में आज इस रविवार को हम नाजरेथ के पवित्र परिवार का पर्व सानन्द मना रहे हैं। क्रिसमस सर्वोत्तम रूप से परिवार का समारोह है। इसका प्रमाण असंख्य परम्पराएँ और रीति रिवाज हैं, विशेष कर परिवार में एक साथ जमा होना, पारिवारिक भोजन में शामिल होना, शुभकामनाओं और उपहारों का आदान प्रदान करना। कैसे एक व्यक्ति यह नहीं देख सकता है कि ऐसी परिस्थितियों में कुछ परिवारों द्वारा दिया गया दुःख और उलझन व्यापक रूप ले लेता है।

येसु ने मानव परिवार में जन्म लेने और विकसित होने को चुना। कुँवारी माँ मरियम उनका माता थीं और योसेफ उनके पिता थे। उन्होंने येसु को बहुत प्रेम से पालन पोषण कर उन्हें शिक्षित किया। येसु के परिवार को पवित्र होने की पदवी वास्तव में प्राप्त होनी ही चाहिए थी क्योंकि यह पूरी तरह से ईश्वर की इच्छा को पूरा करना चाहता था जिसने येसु की उपस्थिति में देहधारण किया था।एक और यह परिवार किसी भी अन्य साधारण परिवार के समान था और यह दाम्पत्य प्रेम, सहयोग, बलिदान, ईश्वर की दिव्य सुरक्षा पर निर्भरता, कर्मठता और सहदयता का आदर्श नमूना था। संक्षेप में कहा जा सकता है कि यह उन सब मूल्यों का आदर्श नमूना था जिसे परिवार धारण कर प्रसार करता है एवं प्राथमिक रूप से समाज की सामाजिक संरचना को बनाये रखने में योगदान देता है। दूसरी और नाजरेथ का परिवार अद्वितीय है क्योंकि ईश पुत्र के मिशन से संयुक्त होने की बुलाहट के कारण यह अन्य सब परिवारों से भिन्न है। इस अद्वितीयता के कारण यह हर परिवार को और सबसे पहले ईसाई परिवारों को, ईश्वरीय क्षितिज, उनकी इच्छा की मधुर और प्राथमिक माँग स्वर्ग की संभावना जिसके लिए हमारी नियति है, दर्शाता है। इन सबके लिए हम ईश्वर को और साथ ही साथ कुँवारी मरियम और संत योसेफ को धन्यवाद देते हैं जिन्होंने ईश्वर की मुक्ति योजना में विश्वास और तत्परता के साथ सहयोग किया।

परिवार रूपी संस्थान की रक्षा में स्पेन के मैड्रिड में जमा हुए लोगों को स्पानी भाषा में सम्बोधित संदेश में संत पापा ने कहाः- प्रिय परिवारो प्रेम, जीवन के प्रति खुलापन और अतुलनीय बंधन जो परिवारों को संयुक्त रखता है इसे कमजोर न होने दे। इसके लिए नियमित रूप से ईश्वर से याचना करें। एकता में बंधकर प्रार्थना करें ताकि आपके लक्ष्य आलोकित हों और पवित्रता के पथ में अग्रसर होने के लिए दिव्य कृपा का समर्थन मिले।इस तरह प्रेमपूर्वक सर्वस्व बाँटने के आनन्द सहित सम्पूर्ण विश्व को आप सौंदर्यपूर्ण साक्षी देंगे कि मानव प्राणी और समाज के लिए परिवार कितना महत्वपूर्ण है। संत पापा आपके साथ हैं, ईश्वर से हम विशेष प्रार्थना करते हैं हर परिवार के उन सबलोगों के लिए जिन्हें स्वास्थ्य, रोजगार, आराम और साहचर्य की जरूरत है। मैं प्रत्येक जन को पवित्रतम कुँवारी माता मरियम के सिपुर्द करता हूँ। अतिप्रिय भाइयो और बहनो, परिवार के बारे में कहते हुए मैं 14 से 18 जनवरी 2009 को मेक्सिको सिटी में आयोजित होनेवाले परिवारों के छठवें विश्व सम्मेलन का स्मरण करता हूँ। कलीसियाई दृष्टि से अति महत्वपूर्ण इस समारोह के लिए मैं प्रार्थना कर रहा हूँ और हर परिवार को ईश्वर को अर्पित करता हूँ मुख्यतः उनका स्मरण करता हूँ जो जीवन संबंधी कठिनाइयों, नासमझी और विभाजन का सामना कर रहे हैं। मुक्तिदाता जिन्होंने बेथलेहेम में जन्म लिया सब लोगों को आशा तथा सन्मार्ग में अग्रसर होने के लिए शक्ति प्रदान करें।

इतना कहकर संत पापा ने देवदूत संदेश प्रार्थना का पाठ किया और सबको अपना प्रेरितिक आशीर्वाद प्रदान किया।








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