वाटिकन सिटीः बच्चों के पक्ष में अपील के साथ क्रिसमस समारोहों का शुभारम्भ
सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें ने 24 तथा 25 दिसम्बर की मध्यरात्रि वाटिकन स्थित सन्त पेत्रुस
महामन्दिर में ख्रीस्तयाग अर्पित कर क्रिसमस महापर्व के समारोहों का शुभारम्भ किया। इस
अवसर पर प्रवचन करते हुए उन्होंने यौन शोषण के शिकार, सड़कों पर जीवन यापन करनेवाले अथवा
सैन्य सेवा के लिये बाध्य बच्चों के पक्ष में ज़ोरदार अपील की। येसु मसीह के जन्म दिवस
पर सन्त पापा ने विश्वासियों का आव्हान किया कि वे उन बच्चों की सहायता करें जो अपने
माता पिता के प्यार से वंचित किये जाते तथा, सम्पूर्ण विश्व में, नाना प्रकार शोषित किये
जाते हैं।
उन्होंने कहाः "बेथलेहेम का बालक एक बार फिर हम सब का आव्हान करता
है कि इन बच्चों की तमाम व्यथाओं का अन्त करने हेतु हम, अपने सामर्थ्य के अनुसार, हर
सम्भव प्रयास करें।" सन्त पापा ने, "सड़कों पर जीवन यापन कर रहे बच्चों का स्मरण किया
जो पारिवारिक घर से वंचित हैं, उन बच्चों का जो क्रूरतापूर्वक सैनिक रूप में प्रयुक्त
किये जाते तथा पुनर्मिलन और शांति के सन्देशवाहक बनने के बजाय हिंसा के अस्त्र बनाये
जाते हैं।"
उन नाबालिगों की सन्त पापा ने याद की जिनका "अश्लील उद्योग द्वारा
दुरुपयोग किया जाता अथवा जिन्हें अन्य प्रकार से शोषित किया जाता तथा उनकी अन्तरआत्मा
पर घोर आघात किया जाता है।"
बेथलेहेम में येसु के जन्म का स्मरण कर सन्त पापा
पवित्रभूमि की तरफ अभिमुख हुए तथा उन्होंने इसराएल एवं फिलीस्तीनीयों के बीच जारी संघर्ष
की समाप्ति हेतु ईश्वर से याचना की। उन्होंने कहाः "बेथलेहेम के नाम से विख्यात स्थल
के बारे में हम विचार करें, उस भूमि की हम याद करें जिसपर स्वयं येसु मसीह ने जीवन यापन
किया था तथा जिससे अगाध प्रेम किया था। हम प्रार्थना करें कि वहाँ घृणा एवं हिंसा समाप्त
हो तथा शांति की स्थापना हो सके। आपसी समझदारी के लिये हम प्रार्थना करें कि हृदयों के
द्वार खुलें जिससे सीमाओं का खुलना सम्भव बन पड़े।"
गुरुवार 25 दिसम्बर को मध्याहन
12 बजे, रोम स्थित सन्त पेत्रुस महामन्दिर के प्राँगण में एकत्र हज़ारों तीर्थयात्रियों
की उपस्थिति में, सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें ने रोम शहर एवं सम्पूर्ण विश्व के नाम अपना
क्रिसमस सन्देश जारी कर विश्व की लगभग 60 भाषाओं में ख्रीस्तजन्म की मंगलकामनाएँ व्यक्त
कीं।