तेहरानः ईरान ने नोबेल शांति पुरस्कार विजेता एबादी का मानवाधिकार केन्द्र बन्द किया
ईरानी पुलिस ने सोमवार को ईरान की नोबेल शांति पुरस्कार विजेता शिरीन एबादी का मानवाधिकार
केन्द्र बन्द कर दिया। सन् 2003 में नोबेल शांति पुरस्कार पानेवाली शिरीन एबादी ने मानवाधिकारों
के रक्षक नामक केन्द्र की स्थापना सन 2000 में की थी।
अन्तरराष्ट्रीय ह्यूमन
राईट्स वॉच ने ईरानी पुलिस के इस कृत्य को मानवाधिकारों के पक्ष में बोलनेवाले की आवाज़
को बन्द करने का प्रयास निरूपित किया है।
श्रीमती एबादी द्वारा आरम्भ उक्त मानवाधिकार
केन्द्र ने 21 दिसम्बर को मानवाधिकार सम्बन्धी संयुक्त राष्ट्र संघीय सार्वभौम घोषणा
पत्र की 60 वीं वर्षगाँठ मनाने के लिये विश्व के 300 मानवाधिकार कार्यकर्त्ताओं को एक
समारोह के लिये आमंत्रित किया था किन्तु इसी दिन ईरानी पुलिस ने केन्द्र को बन्द कर दिया।
मानवाधिकार
केन्द्र की प्रवक्ता नरगिस मोहम्मदी के अनुसार उनके केन्द्र में आते ही लगभग एक दर्ज़न
पुलिस ने उन्हें रोक दिया तथा प्रवेश द्वार पर ताला लगा दिया। उन्होंने बताया कि पुलिस
ने गिरफ्तारी का वारंट बताने से इनकार कर दिया, पत्रकारों से उनके कैमरे छीन लिये तथा
मानवाधिकार केन्द्र के कार्यकर्त्ता हादी इसमाईलज़देह की पिटाई की।
अन्तरराष्ट्रीय
ह्यूमन राईट्स वॉच के कार्यकारी निर्देशक केनथ रॉथ ने ईरानी पुलिस की इस कार्रवाई की
कड़ी आलोचना की। उन्होंने कहा कि यह कृत्य केवल श्रीमती एबादी अथवा उनके केन्द्र के विरुद्ध
नहीं है अपितु यह मानवाधिकार के पक्षधर सम्पूर्ण विश्व समुदाय के विरुद्ध है। उन्होंने
कहा कि ईरानी पुलिस का यह कृत्य साफ दर्शाता है कि ईरान में मानवाधिकारों के पक्षधरों
को उत्पीड़ित किया जाता है।