वाशिंगटनः विश्व बैंक ने दी विकासशील देशों के नुकसान की चेतावनी
विश्व बैंक के प्रमुख रॉबर्ट ज़ोएलिक ने चेतावनी दी है कि धनवान देशों की संकटग्रस्त
अर्थव्यवस्थाओं को बेहतर बनाने के प्रयासों से सम्पूर्ण विश्व के विकासशील देशों का नुकसान
हो सकता है। उन्होंने कहा कि बड़ी अर्थव्यवस्थाओं को बचाने का प्रभाव विकासशील देशों
को मिलने वाले अनुदानों पर पड़ेगा। ग़ौरतलब है कि इस समय विश्व की बड़ी अर्थव्यवस्थाएं
आर्थिक संकट के दौर से गुज़र रही हैं तथा इससे उबरने के लिए विकसित देशों की सरकारों
ने मोटे आर्थिक पैकेजों की घोषणाएँ भी की हैं। विश्व बैंक प्रमुख ज़ोएलिक का कहना
है कि बड़ी अर्थव्यवस्थाओं को बचाने के लिए जिस क़दर आर्थिक समर्थन दिया जा रहा है उससे
विकासशील देशों को अपनी आवश्यकताओं की पूर्ति के लिये बाज़ार से अनुदान पाने में कठिनाईयों
का सामना करना पड़ सकता है। सर्वप्रथम, विश्व बैंक प्रमुख ने, मानवीय आधार पर निर्धन
राष्ट्रों को दिये जाने वाले अनुदान में कमी की आशंका जताई और द्वितीय, धनी देशों की
रक्षात्मक नीतियों की वजह से विकासशील देशों में बेरोज़गारी दुगुनी होने तथा इन देशों
के व्यापार पर नकारात्मक प्रभाव पड़ने की आशंका व्यक्त की।