बहुलवाद और लोकतंत्र की रक्षा हेतु राष्ट्रीय स्तर की बैठक
भारत के पुणे स्थित ईशवाणी केन्द्र में 9 और 10 दिसम्बर को बहुलवाद और लोकतंत्र की रक्षा
में शीर्षक से राष्ट्रीय स्तर की बैठक आयोजित की गयी जिसमें देश के विभिन्न भागों से
विभिन्न धर्मों और विचारधाराओं के लगभग 80 प्रतिनिधि शामिल हुए। दो दिवसीय बैठक का उददेश्य
साम्प्रदायिक राजनीति से उत्पन्न खतरों को समझना था ताकि बहुलवाद और लोकतंत्र की रक्षा
के लिए ठोस रणनीति का प्रारूप तैयार किया जा सके। प्रोफेसर राम पुनियानी ने कहा कि हम
किसी एक विशेष राजनैतिक दल का समर्थन नहीं करते हैं।. हमारा लक्ष्य जनता को साम्प्रदायिक
और विभाजन करनेवाली राजनीति के खतरों के प्रति आगाह करना है। साम्प्रदायिक ताकतों का
सामना करने के लिए प्रतिभागियों ने कार्य़ योजना तैयार की है। इसके अनुसार देश के विभिन्न
शहरों में तीव्र गति से शांति केन्द्रों का स्थापना करना तथा देश की समृद्ध विरासत के
बारे में जनता विशेष कर युवाओं को प्रशिक्षित करना है। साम्प्रदायिकता का विरोध करने
के लिए विभिन्न धर्मों और विचारधाराओं के लोगों ने एक साथ आने एवं विभिन्न मंचों सहित
मीडिया का अधिकाधिक उपयोग करने का संकल्प व्यक्त किया है।