ईशशस्त्र के प्रकाण्ड विद्वान कार्डिनल अभेरी डूलेस का देहांत
न्यूयार्क 12 दिसंबर, 2008। ईशशास्त्र के प्रकाण्ड विद्वान कार्डिनल अभेरी डूलेस का 12
दिसंबर को न्यूयार्क में मृत्यु हो गयी। वे 90 वर्ष के थे। सन् 1918 में जन्म कार्डिनल
राष्ट्रपति आइसेनहोवर के शासन काल में अमेरिका के सेक्रेटरी ऑफ स्टेट के रूप में कार्य
किया था।
संत पापा बेनेदिक्त सोलहवें ने कार्डिनल अभेरी ड्यूलेस की मृत्यु पर
अपनी संवेदना व्यक्त करते हुए कहा है कि कार्डिनल कलीसिया के महान् विद्वान थे जिन्होंने
कलीसिया की सेवा के लिये अपना सारा जीवन न्योछावर कर दिया। उन्होंने येसु समाजियों और
कार्डिनल के दुःखी परिवार के सदस्यों को अपना सहानुभूति दिखलायी और प्रार्थना की कि ईश्वर
कार्डिनल ड्यूलेस की आत्मा को अनन्त शांति प्रदान करे और परिवार को सांत्वाना।
अभेरी
डूलेस को संत पापा जोन पौल द्वितीय ने सन् 2001 में कार्डिनल बनाया था। वे अमेरिका में
जन्मे पहले व्यक्ति थे जो कार्डिनल बनने के पूर्व धर्माध्यक्ष नहीं थे। मृत्यु के पहले
वे पोलियो की बीमारी से पीड़ित थे।
अनेक महत्वपूर्ण पदों के अलावा कार्डिनल अभेरी
डूलेस ने कैथोलिक थियोलोजिकल सोसायटी ऑफ अमेरिका और अमेरिकन थेयोलोजिकल सोसायटी की अध्यक्षता
भी की। उनहोंने ईशशास्त्र संबंधी 750 लेख लिखे और दर्जनों किताबें भी लिखी।
ज्ञात
हो कि पिछले साल जब संत पापा बेनेदिक्त सोलहवें ने अमेरिका की प्रेरितिक यात्रा की थी
तब उन्होंने कार्डिनल से विशेष मुलाकात की थी।
न्युयार्क के महाधर्माध्यक्ष एडवर्ड
एगल ने कहा है कि कार्डिनल डूलेस एक महान ईशशास्त्री थे और उन्होंने कलीसिया के विश्वास
को मजबूत करने की दिशा में अद्वितीय योगदान दिये।