रोमः सन्त पापा ने मरियम के चरणों में पुष्पांजलि अर्पित कर बेरोज़गारों तथा आर्थिक कठिनाईयों
का सामना कर रहे लोगों के प्रति एकात्मता का प्रदर्शन किया
रोम स्थित स्पानी चौक पर, मरियम के निष्कलंक गर्भागमन महापर्व के उपलक्ष्य में, सोमवार
सन्ध्या, परमाध्यक्षीय परम्परा को जारी रखते हुए, सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें ने मरियम
की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की। इस अवसर पर सन्त पापा ने वृद्धों, आप्रवासियों,
बेरोज़गारों, आर्थिक कठिनाईयों का सामना कर रहे परिवारों तथा समाज के सभी दुर्बल लोगों
के प्रति एकात्मता का प्रदर्शन किया तथा उन्हें माँ मरियम के संरक्षण के सिपुर्द किया।
रोम समयानुसार सोमवार संध्या चार बजे सन्त पापा स्पानी चौक पहुँचे जहाँ हज़ारों
तीर्थयात्रियों तथा पर्यटकों ने उनका स्वागत किया। श्वेत गुलाब के फूलों से भरी एक विशाल
टोकरी मरियम के चरणों में अर्पित कर सन्त पापा ने कहा कि इन वैभवपूर्ण एवं सुन्दर गुलाबों
के बीच भी कई काँटें हैं जो हमारी कठिनाईयों, हमारी पीड़ा एवं हमारे समाज में व्याप्त
बुराई का प्रतिनिधित्व करते हैं। सन्त पापा ने कहा कि आनन्द के क्षणों के साथ साथ हम
मरियम के समक्ष अपनी व्यथाओं एवं अपनी चिन्ताओं को भी रखते हैं क्योंकि हमारा विश्वास
है कि मरियम से ही हार न मानने तथा आगे बढ़ने का बल प्राप्त कर सकेंगे।
समाज
के दुर्बल वर्ग के प्रति एकात्मता का आव्हान करते हुए सन्त पापा ने कहाः "मरियम हमें
कठिनाई में पड़े लोगों के प्रति एकात्मता दर्शाना, समाज में व्याप्त विषमताओं को पाटना,
जनकल्याण की भावना को पोषित करना, सबका सम्मान करना तथा न्याय एवं एकता पर आधारित समाज
का निर्माण करना सिखायें। परोपकार, भलाई, उदारता, सेवा, अहिंसा एवं सत्य की शक्ति में
विश्वास करने तथा प्रलोभनों में न पड़ने, वास्तविकता एवं उसके द्वारा प्रस्तुत समस्याओं
का साहस एवं ज़िम्मेदारी के साथ सामना करने हेतु मरियम हमारी सहायता करें ताकि इतिहास
के इस कठिन दौर में भी सभी ख्रीस्तीय धर्मानुयायी विश्व में आशा के संकेत बन सकें।"