2008-12-08 13:15:01

वाटिकन सिटीः मरियम के निष्कलंक गर्भागमन पर सन्त पापा का चिन्तन


आठ दिसम्बर को काथलिक कलीसिया मरियम के निष्कलंक गर्भागमन का महापर्व मनाती है। इस उपलक्ष्य में रोम स्थित सन्त पेत्रुस महामन्दिर के प्राँगण में देश विदेश से एकत्र भक्तों के साथ सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें ने मध्याहन देवदूत प्रार्थना का पाठ किया।

इस प्रार्थना से पूर्व उन्होंने मरियम के निष्कलंक गर्भागमन पर चिन्तन करते हुए कहा कि उक्त महापर्व दो परम सत्यों का स्मरण दिलाता है। प्रथम यह कि ईश अवज्ञा के कारण आदि मानव ने पाप किया जिससे सम्पूर्ण मानव जाति आदिपाप से ग्रसित हुई तथा द्वितीय सत्य यह कि येसु की कृपा से आदि पाप पर विजय प्राप्त की जा सकी जो मरियम में प्रकाशमान होती है।

सन्त पापा ने कहा कि विश्वासी होने के नाते हमारे मन में कई बार यह प्रश्न उठता है कि यदि भले ईश्वर द्वारा विश्व की सृष्टि हुई तो फिर पाप कहाँ से आया? उन्होंने कहा कि इसका उत्तर हमें उत्पत्ति ग्रन्थ में मिलता है कि ईश्वर की अवज्ञा से पाप उत्पन्न हुआ। उन्होंने कहा कि पाप से मानव को मुक्ति दिलाने के लिये ईश्वर ने अपने पुत्र येसु को इस धरती पर भेजा और उनके देहधारण के लिये उन्होंने नाज़रेथ की विनीत बाला मरियम को आदिपाप से मुक्त कर कृपा से परिपूर्ण बनाया। सन्त पापा ने कहा कि मरियम ख्रीस्त द्वारा अर्जित मुक्ति के भागीदार बने सभी विश्वासियों की माता हैं। उनका मुखमण्डल दैवीय सौन्दर्य एवं दैवीय प्रकाश को सदैव प्रतिबिम्बित करता है जैसा कि लूर्द एवं विश्व के अनेकानेक मरियम तीर्थों पर उनकी कल्पना की जाती है।

मरियम के निष्कलंक गर्भागमन पर चिन्तन करने के बाद सन्त पापा ने सबसे अनुरोध किया कि पाप और बुराई के प्रलोभन में न पड़ने के लिये वे मरियम से प्रार्थना करें।

प्रत्येक वर्ष की तरह आठ दिसम्बर की सन्ध्या सन्त पापा रोम स्थित स्पानी चौक पर प्रतिष्ठित मरियम प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित करने जा रहे थे, इसकी भी उन्होंने देवदूत प्रार्थना से पूर्व घोषणा की।








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