मानव की मर्यादा की रक्षा करना कलीसिया का सर्वप्रथम कार्यः संत पापा
वाटिकन सिटी, 5 दिसंबर, 2008। मानव की मर्यादा की रक्षा करना कलीसिया का सर्वप्रथम कार्य
है।
संत पापा ने उक्त बातें उस समय कहीं जब उन्हें अर्जेनटिना के लिये वाटिकन
के नये राजदूत जुवान पाबलों काफिएरो ने विश्वास पत्र प्रस्तुत किया।
संत पापा
ने कहा कि इस अवसर पर उन योगदानों की चर्चा की जिसे काथलिक कलीसिया ने दक्षिण अमेरिका
के लोगों के लिये किये हैं।
उन्होंने कहा कि काथलिक कलीसिया ने अर्जेनटिना के
लोगों के आध्यात्मिक सांस्कृतिक और शैक्षणिक विकास के लिये अनेक कार्य किये हैं।
उन्होंने
आगे कहा कि काथलिक कलीसिया चाहती है कि वह सुसमाचार के मूल्यों का प्रचार करे और ईश्वर
के प्रेम को लोगों को बाँटे ताकि लोग आपसी सद्भाव और मेल-मिलाप का जीवन जी सकें और जीवन
की पूर्णता को पा सकें।
इस अवसर पर संत पापा ने यह भी आग्रह किया कि लोग उन बातों
का त्याग करें जो लोगों को मेल-मिलाप और शांति से दूर करता है।
लोग ऐसी बातों
की ओर ध्यान दें और अपना योगदान करें जिससे दुनिया के सब लोगों का कल्याण हो।
कलीसिया
सदा से यही कामना करती है कि लोग इस बात का दायित्व अपने ऊपर लें कि वे शांति न्याय
प्रेम और आपसी सहयोग को बढ़ावा देने के लिये कार्य करेंगे।
उन्होंने इस बात का
भी आह्वान किया अर्जेनटिना के अधिकारी और चर्च के अधिकारी लोगों की भलाई के लिये मिल
कर कार्य करें । ज्ञात हो कि अर्जेनटिना में 90 प्रतिशत लोग काथलिक हैं।