मुम्बईः मुम्बई हमलों में मृत लोगों के प्रति कार्डिनल ग्रेशियस की संवेदना, कलीसियाई
चिकित्सालयों में घायलों के उपचार की घोषणा
मुम्बई के काथलिक धर्मापति कार्डिनल ऑस्वल्ड ग्रेशियस ने महानगर में हुए आतंकवादी हमलों
में मारे गये लोगों के प्रति गहन संवेदना व्यक्त कर कलीसियाई चिकित्सा केन्द्रों में
घायलों के उपचार की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि महानगर के सभी काथलिक चिकित्सा केन्द्र
घायलों के उपचार के लिये तैयार रहेंगे।
एशिया काथलिक समाचार से बातचीत में कार्डिनल
महोदय ने मृत लोगों के परिवारों के प्रति गहन सहानुभूति का प्रदर्शन किया। पुलिस के साथ
सहयोग का प्रण करते हुए उन्होंने अन्तरराष्ट्रीय समुदाय का आव्हान किया कि संकट की इस
घड़ी में वह भारत के निकट रहे।
महानगर मुम्बई एवं सम्पूर्ण भारत पर प्रहार करनेवाले
इस बर्बर हिंसा के कृत्य की भर्त्सना करते हुए उन्होंने इसे मतारोपण से पोषित निर्रथक
हिंसा निरूपित किया। उन्होंने कहा कि सहिष्णुता और विभिन्न धर्मों एवं संस्कृतियों के
लोगों के बीच सम्मान के लिये विख्यात मुम्बई में पर्यटकों एवं भारत आये अन्य अतिथियों
पर हिंसक हमले वास्तव शर्मनाक हैं। अन्तरराष्ट्रीय समुदाय का उन्होंने आव्हान किया कि
वह मुम्बई के हमलों की गम्भीरता को समझे तथा हर प्रकार के आतंकवाद को पराजित करने के
लिये ठोस कदम उठाये। कार्डिनल महोदय ने कहा कि भलाई से बुराई की तर्कणा पर विजय पाई जाये
तथा शांति को प्रोत्साहित किया जाये।
कार्डिनल ग्रेशियस ने कहाः "हमारे शहर एवं
हमारे प्रिय राष्ट्र पर किये हमलों ने हमें दुःखी एवं स्तब्ध कर दिया है। भारतीय कलीसिया
इन हमलों की कड़ी शब्दों में निन्दा करती जिसमें निर्दोष एवं असम्बन्धित लोग मारे गये
तथा साहसी पुलिस अधिकारियों ने अपनी जान गँवाई। एकता में सूत्रबद्ध एक राष्ट्र को लोग
होने के नाते हम सब एकजुट होकर आतंकवाद के विरुद्ध लड़ें। हम आशा का कभी परित्याग न करें
क्योंकि अन्त में आशा ही सर्वोपरि होगी। हमारी आशा है कि बुराई को अभिभूत किया जा सकेगा
तथा भलाई विजयी होगी। ईश्वर हमें हिंसा के अँधेरे से शांति एवं मैत्री के उजालें में
ले जायेंगे। प्रभु ईश्वर हमारे शहर मुम्बई और हमारे देश भारत को आशीष दें।"