वाटिकन सिटीः लेबनान एवं सम्पूर्ण मध्य पूर्व की स्थिति पर बेनेडिक्ट 16 वें चिन्तित
लेबनान एवं सम्पूर्ण मध्य पूर्व की स्थिति पर सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें ने चिन्ता व्यक्त
की है जहाँ सशस्त्र संघर्ष जारी है तथा ख्रीस्तीय धर्मानुयायियों के विरुद्ध अत्याचार
बढ़ता ही जा रहा है।
वाटिकन में सोमवार को लेबनान स्थित सिलिसिया के आरमीनियाई
ख्रीस्तीयों के धर्मगुरु काथोलिकोस आराम प्रथम ने सन्त पापा के साथ मुलाकात की। इस अवसर
पर सन्त पापा ने कहा कि लेबनान तथा सम्पूर्ण मध्य पूर्व में शांति तब स्थापित हो सकेगी
जब संलग्न देश अपनी नियति खुद तय कर सकेंगे तथा विभिन्न जातियों एवं धर्मों के लोग एक
दूसरे को स्वीकार कर उनका सम्मान करेंगे। उन्होंने कहा कि केवल आपसी समझदारी को प्रोत्साहित
कर ही एकात्मता, न्याय एवं नागरिकों के वैयक्तिक अधिकारों की मज़बूत नींव पर शांति का
निर्माण किया जा सकता है।
काथलिक एवं आरथॉडॉक्स ख्रीस्तीयों के बीच वार्ताओं
को प्रोत्साहित करने हेतु सिलिसिया की आरमीनियाई कलीसिया की महत्वपूर्ण भूमिका को सन्त
पापा ने सराहा तथा कहा कि वार्ताओं को जारी रखना आवश्यक है क्योंकि इससे उन धर्मसैद्धान्तिक
प्रश्नों पर स्पष्टीकरण पाया जा सकता है जो अतीत में विभाजन के कारण बने हैं।
सन्त
पापा ने कहा कि इसमें सन्देह नहीं कि हाल के दशक में ख्रीस्तीय एकतावर्द्धक वार्ताओं
ने काथलिकों एवं ऑरथॉडॉक्स ख्रीस्तीयों के बीच समझदारी एवं सहयोग को बढ़ावा देकर वर्तमान
युग में सुसमाचार उदघोषणा के कार्य को जारी रखने हेतु नवीन क्षितिजों को खोला है।