अन्तरधार्मिक सद्भावना को बढ़ावा देने के धार्मिक स्थलों के दर्शन
चंडीगढ़, 22 नवम्बर, 2008। अन्तरधार्मिक सद्भावना को बढ़ावा देने के अभियान के तहत् पंजाब
के गैर सरकारी संस्थाओं ने स्कूली छात्र-छात्राओं के लिये धार्मिक स्थलों के दर्शन की
योजना बनायी है ।
इसके अनुसार विद्यार्थियों को विभिन्न धर्मों के बारे में जानकारी
देने की योजना है और तब उन्हें विभिन्न धर्मों के धार्मिक स्थलों के दर्शन कराये जायेंगे।
‘ युसत्ता ’ नामक इस संगठन इसका आयोजन इस प्रकार के द्वारा चाहती है कि विद्यार्थी
एक दूसरे के धर्मों का सम्मान करना सीखें।
ज्ञात हो पूरे देश में 19 से 25 नवम्बर
तक राष्ट्रीय एकता दिवस मनाया जा रहा है। ‘ यूसत्ता ’ के संयोजक प्रमोद शर्मा ने बताया
है कि इस प्रकार के आयोजन से वे चाहते है कि विभिन्न धर्मों में सत्य हैं उससे विद्यार्थी
परिचित हों ।
उन्होंने यह भी कहा कि इससे स्कूली बच्चों में सत्य, न्याय, और
मानवता के प्रति सम्मान की भावना जगाने में वे सफल हो पायेंगे।
उन्होंने आगे कहा
कि इस प्रकार की योजना के तहत् बच्चों को न सिर्फ पंजाब के धार्मिक स्थलों को दिखाया
जायेगा वरन् हरियाना और हिमाचल प्रदेश के भी धार्मिक स्थलों को दिखाये जाने की योजना
है।
प्रमोद शर्मा के अऩुसार पहले दल में 50 विद्यार्थियों को पिछले गुरुवार को
विभिन्न स्थलों के दर्शन कराये। उन स्थलों में काथलिक गिरजाघर. श्री गुरु तेग बहादूर
गुरुद्वारा साहिब, सत्नाम धर्म मंदिर और जामा मसजिद शामिल हैं।
धार्मिक स्थलों
को देखने के बाद 11 वर्षीय राधिका नामक बालिका ने कहा कि उसे पहली बार गिरजाघर और मसजिद
में प्रवेश करने का मौका मिला और इनकी विशेषताओं को जानकर उसके दिल दूसरो के प्रति सम्मान
की भावना बढ़ी। दूसरे छात्र नितिश ने कहा कि इस प्रकार के दर्शन बहुत ही अर्थपूर्ण है
और इसस सर्वधर्मसमभाव की भावना बढ़ती है।
उसकी इच्छा है कि वह और एक बार परिवार
के सभी सदस्यों के साथ वह इन धार्मिक स्थलों का दौरा करना पसन्द करेगा।