निकोसिया, साईप्रसः विश्व शांति हेतु धर्मों ने देशों का आव्हान किया
साईप्रस के निकोसिया शहर में विश्व शांति पर यूरोप, अफ्रीका तथा केन्द्रीय अमरीका के
विभिन्न धर्मों के नेताओं का अन्तरधार्मिक सम्मेलन मंगलवार को सम्पन्न हुआ। रोम के लोकधर्मी
समुदाय सान्त इजिदियो तथा साईप्रस की ऑरथोडोक्स ख्रीस्तीय कलीसिया द्वारा संयुक्त रूप
से आयोजित इस सम्मेलन की समाप्ति पर धार्मिक नेताओं ने एक अपील जारी की जिसमें विश्व
शांति में योगदान हेतु विश्व की सरकारों का आव्हान किया गया है।
22 वर्षों
पूर्व स्व. सन्त पापा जॉन पौल द्वितीय ने इटली के असीसी नगर में इसी प्रकार शांति हेतु
प्रार्थना करने के लिये अन्तरधार्मिक सम्मेलन बुलाया था जिसके बाद से विश्व के विभिन्न
शहरों में प्रति वर्ष इस प्रकार के अन्तरधार्मिक सम्मेलन आयोजित होते रहे हैं ताकि सन्देहों
एवं ग़ैरसमझदारी के कोहरे को हटाया जा सके तथा एक साथ मिलकर शांति निर्माण में लगा जा
सके।
मंगलवार को जारी अपील के मूलपाठ में इस बात को स्वीकार किया गया कि विश्व
इस समय इतिहास के सर्वाधिक कठिन मोड़ पर खड़ा है। विश्व व्यापी आर्थिक संकट के परिणामस्वरूप
अनेक निश्चित्तताएँ डाँवाडोल हुई हैं तथा अधिकांश लोग भविष्य के बारे में निराशावादी
हो गये हैं। धनी राष्ट्र केवल अपने नागरिकों की सुरक्षा पर ध्यान दे रहे हैं इसलिये आर्थिक
संकट का एक बहुत बड़ा भाग निर्धन देशों को चुकाना होगा।
धार्मिक नेताओं ने कहा
कि हमारे विश्व में बहुत अधिक लोग युद्ध, निर्धनता एवं हिंसा के शिकार हैं तथापि शोक
मनाने एवं निराशा में डूबने के बजाय शांति सम्पन्न नवीन विश्व निकाय की रचना हेतु कार्य
किये जायें। उन्होंने कहा कि नवीन विश्व निकाय के निर्माण के लिये हमें न्याय की तृष्णा,
वार्ताओं के उपयोग तथा दुर्बल के सम्मान जैसे अस्त्रों की नितान्त आवश्यकता है।