नई दिल्लीः मध्यप्रदेश चुनावों में दस ख्रीस्तीय अभ्यर्थी भी शामिल
मध्यप्रदेश में 27 नवम्बर को चुनाव आरम्भ होंगे जिसमें पहली बार दस ख्रीस्तीय अभ्यर्थी
भी चुनाव लड़ रहें हैं।
भोपाल महाधर्मप्रान्त के धर्माध्यक्षीय सम्मेलन के प्रवक्ता
फादर आनन्द मुत्तुंगल ने एशिया समाचार को बताया कि मध्यप्रदेश ईसाई महासंघ के प्रयासों
द्वारा इस बार भारतीय जनता पार्टी द्वारा प्रशासित मध्यप्रदेश में दस ख्रीस्तीय विभिन्न
पार्टियों की ओर से विधान सभा चुनाव लड़ रहे हैं। फादर ने स्पष्ट किया कि मध्यप्रदेश
ईसाई महासंघ कोई राजनैतिक पार्टी नहीं अपितु संवैधानिक अधिकारों हेतु संघर्ष करनेवाला
लोकधर्मी ख्रीस्तीयों का एक संगठन मात्र है।
फादन मुत्तुंगल ने कहा कि ख्रीस्तीय
समुदाय स्वास्थ्य, शिक्षा एवं समाज कल्याण कार्यों में अग्रणी रहा है तथा जाति और धर्म
का भेदभाव किये बगैर उसने हर नागरिक की सेवा की है तथापि, हाल के माहों में उड़ीसा, कर्नाटक
एवं अन्य राज्यों में ख्रीस्तीयों के विरुद्ध हिंसा के मद्देनज़र राजनैतिक क्षेत्र में
अपनी उपस्थिति को सक्रिय बनाना अनिवार्य महसूस हुआ। उन्होंने कहा कि हालिया हिंसा के
अतिरिक्त विगत कई वर्षों से, विशेष रूप से, भाजपा प्रशासित राज्यों में ख्रीस्तीयों पर
हिन्दु अतिवादी अत्याचार करते रहे हैं।
फादन मुत्तुंगल ने कहा कि चुनाव लड़नेवाले
ख्रीस्तीय अभ्यर्थी व्यक्तिगत स्वार्थ से प्रेरित नहीं हैं बल्कि देश के रचनात्मक निर्माण
एवं विकास में अभिरुचि रखते हैं। उन्होंने कहा कि राजनीति से संलग्न हर ख्रीस्तीय देश
के निर्माण में योगदान देता तथा अपने कार्यों द्वारा सत्य, न्याय, शांति एवं विकास को
प्रोत्साहित करता है। उन्होंने कहा कि ख्रीस्तीय अभ्यर्थियों का कार्य उन लोगों की आवाज़
बनना है जिनकी समाज में कोई आवाज़ नहीं है। उन्होंने बताया कि इस उद्देश्य की पूर्ति
हेतु मध्यप्रदेश ईसाई महासंघ योग्य ख्रीस्तीयों का चयन कर उन्हें राजनीति में सक्रिय
भाग लेने हेतु प्रशिक्षण देता है।