वाटिकन सिटीः शांति के लिये प्रार्थना एवं कार्य दोनों आवश्यक, कहना बेनेडिक्ट 16 वें
का
साईप्रस के निकोसिया में रविवार से मंगलवार तक यूरोप, अफ्रीका तथा केन्द्रीय अमरीका के
विभिन्न धर्मों के नेताओं का अन्तरधार्मिक सम्मेलन सम्पन्न हुआ जिसमें विश्व शांति हेतु
विशेष प्रार्थना की गई।
सम्मेलन में प्रेषित एक सन्देश में सन्त पापा बेनेडिक्ट
16 वें ने विश्व के धार्मिक नेताओं से कहा है कि शांति स्थापना के लिये प्रार्थनाओं के
साथ साथ कार्यों की भी नितान्त आवश्यकता है।
22 वर्षों पूर्व स्व. सन्त पापा
जॉन पौल द्वितीय ने इटली के असीसी नगर में इसी प्रकार शांति हेतु प्रार्थना करने के लिये
अन्तरधार्मिक सम्मेलन बुलाया था। उनके शब्दों का स्मरण कर सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें
ने उक्त संदेश में लिखा कि इस प्रकार के अन्तरधार्मिक सम्मेलन एक दूसरे को सुनने का स्वर्णिम
अवसर प्रदान करते हैं ताकि सन्देहों एवं ग़ैरसमझदारी के कोहरे को हटाया जा सके तथा एक
साथ मिलकर पिता ईश्वर से शांति के अनमोल वरदान के लिये याचना की जा सके।
सन्त
पापा ने उक्त सम्मेलन के प्रतिभागियों को प्रोत्साहित किया कि वे प्रेम, भ्रातृत्व एवं
मैत्री के कार्यों से शांति की लौ प्रज्वलित रखने का हर सम्भव प्रयास करें।
साईप्रस
में सम्पन्न अन्तरधार्मिक सम्मेलन का आयोजन रोम के लोकधर्मी समुदाय सान्त इजिदियो तथा
साईप्रस की ऑरथोडोक्स ख्रीस्तीय कलीसिया द्वारा संयुक्त रूप से किया गया था।