साइप्रस मे काथलिक, ऑर्थोडोक्स और कई अन्य समुदाय ने मिलकर शांति के लिये प्रार्थना की
निकोसिया, साइप्रस 16 नवम्बर, 2008। साइप्रस के काथलिक लोकधर्मियो के एक संगठन संत एडिगो
समुदाय की पहल पर 15 नवम्बर रविवार को एक सभा का आयोजन किया गया जिसमे काथलिक, ऑर्थोडोक्स
और कई अन्य समुदाय के लोगों ने भाग लिया। सभा में इस बात पर विचार किया वे एक साथ मिलकर
शांति के लिये कार्य करेंगे।
ज्ञात हो कि इस प्रकार शांति के लिये प्रार्थना
करने की नींव पूर्व संत पापा जोन पौल द्वितीय ने 27 अक्तूबर सन् 1986 में डाली थी ।
तब
से प्रत्येक वर्ष शांति और सद्भावना की स्थापना के लिये अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन
किया जाता रहा है।
इस अवसर पर शनिवार 15 नवम्बर को ऑर्थोडोक्स कलीसिया का महाधर्माध्यक्ष
ने कार्डिनल लेओनार्दो सान्द्री के साथ मिलकर मिस्सा पूजा अर्पण किया।
प्रवचन
में बोलते हुए क्रिसोस्तम द्वितीय ने कहा कि सारा साइप्रस द्वीप अभी कठिन दौर से प गुजर
रहा है और प्रगति के लिये यह आवश्यक है कि यहाँ शांति की स्थापना हो और हम सब मिलकर कार्य
करना सीखें।
उन्होंने कहा कि भाषा परंपरायें और विभिन्न रीति रिवाज हमारे शांति
प्रयासों में बाधा के रूप में न आये।
संत एडीगो समुदाय के संस्थापक अन्ड्रीय रिक्काची
ने कहा कि प्रभु की इच्छा है कि हम सदा ईश्वर के राज्य का प्रचार करें औऱ शांति के लिये
सदा प्रयास करते रहें।
इस अवसर पर कार्डिनल सान्द्री ने साइप्रस की स्थानीय कलीसिया
को संत पापा की विशेष आशिष और शांति की शुभकामनायें दीं