संत पापा ने सान मरीनो गणराज्य के राजदूत का प्रत्यय पत्र स्वीकारा
संत पापा बेनेडिक्ट 16 वें ने वाटिकन हेतु नवनियुक्त सान मरीनो गणराज्य के राजदूत सानते
कनदूची का प्रत्यय पत्र गुरूवार को स्वीकार किया। इस अवसर पर सान मरीनो गणराजय के समृद्ध
इतिहास, संस्कृति और धार्मिक परम्पराओं के प्रति सम्मान प्रदर्शित करते हुए संत पापा
ने आशा व्यक्त की कि वाटिकन और सान मरीनो के मध्य पहले से विद्यमान मधुर संबंध और अधिक
मजबूत होंगे। उन्होंने कहा कि आज प्रत्येक देश और संस्थान वे छोटी या बड़ी हों इनका आह्वान
किया जाता है कि साझा मानवीय और नैतिक मूल्यों पर आधारित अंतरराष्ट्रीय समुदाय का निर्माण
करने के लिए वे सक्रिय रूप से कार्य करें। इस विश्वव्यापी प्रोजेक्ट में सान मरीनो अपने
प्राचीन समृद्ध इतिहास के साथ भावी पीढ़ी के शांति प्रशिक्षण और समाज की मौलिक ईकाई,
परिवार की रक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाये। संत पापा ने कहा कि इन लक्ष्यों को प्राप्त
करने के लिए वाटिकन पूरा समर्थन देगी। इटली की भौगोलिक सीमा से चारों ओर से घिरा सान
मरीनो यूरोप के सबसे तीन छोटे देशों में से एक है। 1600 में लिखा गया सान मरीनो गणराज्य
का संविधान आज भी प्रभावी है।