2008-11-12 12:18:02

वाटिकन सिटीः रोगी बच्चों के उपचार पर इस सप्ताह वाटिकन में 14 राष्ट्रों के विशेषज्ञों का सम्मेलन


वाटिकन में गुरुवार से शनिवार तक "रोगी बच्चों की उपचार सम्बन्धी प्रेरिताई" विषय पर एक अन्तरराष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया गया है जिसमें विश्व के 14 राष्ट्रों के 41 विशेषज्ञ भाग ले रहे हैं।

स्वास्थ्य सेवा में संलग्न लोगों की प्रेरिताई हेतु गठित परमधर्मपीठीय परिषद के अध्यक्ष कार्डिनल हावियर लोज़ानो बारागान ने सोमवार को पत्रकारों के समक्ष उक्त सम्मेलन की प्रस्तुति कर इसका उद्देश्य स्पष्ट किया। उन्होंने कहा कि विश्व के अनेक बच्चों के लिये बाल्यकाल खिलौने एवं मौज मस्ती न होकर युद्ध एवं मज़दूरी है। इस बात पर उन्होंने बल दिया कि बाल्यवस्था की बीमारियाँ निर्धनता से जुड़ी होती हैं। कार्डिनल महोदय के अनुसार धनी देशों में भी छः में से एक बच्चा निर्धनता रेखा के नीचे जीवन यापन करता है। साथ ही विश्व में 15 वर्ष की उम्र से कम आयु वाले 25 करोड़ से अधिक बच्चे मज़दूरी करते हैं जिनमें से छः करोड़ ख़तरनाक परिस्थितियों में कठोर परिश्रम करने के लिये बाध्य हैं।

इस बात का ओर ध्यान आकर्षित कराते हुए कि बच्चे युद्ध के दुखद परिणामों को भी झेलते हैं कार्डिनल बारागान ने कहा कि विगत दशक में बीस लाख से अधिक बच्चे सशस्त्र युद्धों में मारे गये, साठ लाख युद्धों के दौरान विकलाँग हो गये, हज़ारों मानव विरोधी सुरंगो से जख्मी हो गये हैं तथा तीन लाख बलपूर्वक सेना में भर्ती किये गये। 43 लाख बच्चे एड्स के कारण मर गये हैं।

कार्डिनल बारागान ने बताया कि उक्त सम्मेलन में बच्चों की वर्तमान स्थिति का जायज़ा लिया जायेगा, स्थिति के सुधार हेतु विश्वास प्रेरित प्रशिक्षण एवं धर्मशिक्षा प्रेरित समाधानों पर चिन्तन किया जायेगा तथा बाल सम्बन्धी बीमारियों के निवारण पर चर्चा की जायेगी।










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