2008-11-08 12:23:00

जबलपुरः मध्यप्रदेश चुनावों की पृष्टभूमि में लोकधर्मियों से राजनीति में रचनात्मक योगदान देने हेतु भोपाल महाधर्माध्यक्ष की अपील


मध्यप्रदेश में होनेवाले चुनावों की पृष्टभूमि में ख्रीस्तीय धर्माधिकारियों ने लोकधर्मियों से अपील की है कि वे देश की राजनीति में अपना रचनात्मक योगदान प्रदान करें।

इस बात की ओर ध्यान आकर्षित कराते हुए कि विगत पाँच वर्षों में मध्यप्रदेश में ख्रीस्तीयों के विरुद्ध अनेक आक्रमण हुए हैं भोपाल के महाधर्माध्यक्ष लियो कॉरनेलियो ने ऊका समाचार से बातचीत में कहा कि मध्यप्रदेश में ख्रीस्तीयों की आवाज़ नहीं सुनी जाती क्योंकि ख्रीस्तीय धर्मानुयायी राजनीति से अलग रहते हैं। उन्होंने कहा कि राजनैतिक क्षेत्रों में ख्रीस्तीय धर्मानुयायियों की उपस्थिति ही देश के अल्पसंख्यक ख्रीस्तीयों को न्याय दिला सकती है। उन्होंने कहा कि कुछ समय पूर्व तक यह अनिवार्य नहीं समझा जाता था क्योंकि यह मान लिया गया था कि सभी राजनीतिज्ञ शांतिपूर्ण ख्रीस्तीय समुदाय का सम्मान करेंगे। उन्होंने कहा कि हाल में ख्रीस्तीयों पर हुए अनगिनत आक्रमणों से स्पष्ट हो गया है कि ख्रीस्तीय धर्मानुयायियों को यदि अपनी आवाज़ सुनाना है तो उन्हें राजनीति से संलग्न होना ही पड़ेगा।

तथापि महाधर्माध्यक्ष ने स्पष्ट किया कि कलीसिया किसी भी तरह राजनीति से नहीं जुड़ेगी तथा किसी भी राजनैतिक लक्ष्य के लिये अपनी संस्थाओं का उपयोग नहीं होने देगी।

मध्यप्रदेश में 27 नवम्बर को विधान सभा के लिये चुनाव होनेवाले हैं। राज्य का छः करोड़ आबादी में केवल एक प्रतिशत ख्रीस्तीय धर्मानुयायी हैं, 91 प्रतिशत हिन्दु तथा 6.4 प्रतिशत इस्लाम धर्मानुयायी हैं।








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