2008-11-04 12:19:45

वाटिकन सिटीः वाटिकन प्रवक्ता के अनुसार अफ्रीका में आशा का संचार बेनेडिक्ट 16 वें की यात्रा का उद्देश्य


वाटिकन के प्रवक्ता फादर फेदरीको लोमबारदी ने कहा है कि अफ्रीका में आशा का संचार करना बेनेडिक्ट 16 वें की यात्रा का प्रमुख उद्देश्य होगा। वाटिकन टेलेविज़न के साप्ताहिक कार्यक्रम "ओक्तावा दियेज़" में फादर लोमबारदी ने बताया कि आगामी मार्च माह में सन्त पापा अंगोला एवं कैमरून की यात्रा करना चाहते हैं जिसकी घोषणा उन्होंने अक्तूबर माह में सम्पन्न विश्व धर्माध्यक्षीय धर्मसभा के समापन पर की थी।

फादर लोमबारदी ने कहा कि सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें की यह घोषणा अत्यन्त महत्वपूर्ण है क्योंकि अफ्रीकी महाद्वीप में यह उनकी पहली प्रेरितिक यात्रा होगी। उन्होंने कहा कि स्व. सन्त पापा जॉन पौल द्वितीय ने अफ्रीका तथा उसकी समस्याओं पर बहुत अधिक ध्यान दिया था किन्तु अपने परमाध्यक्षीय काल के अन्तिम वर्षों में, बिगड़ते स्वास्थ्य के कारण वे पुनः अफ्रीका लौट नहीं पाये थे। सन् 1998 में सन्त पापा जॉन पौल ने नाईजिरिया तथा सन् 2000 में मिस्र एवं सिनई की यात्राएं की थी।

फादर लोमबारदी ने कहा कि यद्यपि सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें अपने साढ़े तीन वर्षीय कार्यकाल में कभी अफ्रीका नहीं गये तथापि अफ्रीका तथा उसकी समस्याएं उनके वचनों एवं उनके हृदय में बनी रहीं हैं। उन्होंने कहा कि सन् 2009 में अफ्रीकी महाद्वीप के धर्माध्यक्षों की धर्मसभा होने वाली है जिसकी तैयारी के लिये सन्त पापा की अफ्रीका यात्रा की मूलभूत भूमिका रहेगी।

फादर लोमबारदी ने कहा कि हम सब अफ्रीका, उसके युद्ध एवं उसकी निर्धनता से वाकिफ हैं किन्तु उसके साथ साथ इस महाद्वीप की सजीवता को भी अनदेखा नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा कि अफ्रीका को समर्थन दिया जाना अति आवश्यक है ताकि अफ्रीका के लोग प्रतिष्ठा एवं आशा के साथ अफ्रीका का निर्माण कर सकें।










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