रोजरी के द्वारा हम बुराई पर विजय प्राप्त कर सकते हैं – संत पापा
संत पापा बेनेदिक्त सोलहवें ने नेपल्स के निकट रोजरी की माता मरिया के तीर्थस्थल पोम्पेई
में यूखरिस्तीय बलिदान के दरमियान प्रवचन देते हुए कहा कि जब ईश्वर मरुस्थल में भी आते
हैं तो वहाँ से भी फूल खिलने लगते हैं।
संत पापा ने इस समय धन्य बारतेलो लोनगो
की याद की जिसने संत पौल की तरह ही काथलिक कलीसिया को बहुत सताया था पर अपने मन परिवर्तन
के बाद उसके द्वारा ईश्वर ने कलीसिया को मजबूत और कलीसिया के लिये महान् कार्य किये।
संत पापा ने यह भी कहा कि ईश्वर का प्यार और पड़ोसियों का प्यार दोनों एक ही
सिक्के को दो पहलु हैं।
उन्होंने आगे कहा कि जब भी हम माता मरिया की मध्यस्थता
द्वारा प्रार्थना करते हैं तो हम येसु के पास अवश्य ही पहुँचेंगे।
संत पापा
ने इस बात पर भी बल दिया कि हमें रोजरी माला करनी चाहिये क्योंकि इसके द्वारा छोटे-बड़ें
धर्मी-अधर्मी और सभ्य असभ्य, सबों को ईश्वरीय शक्ति प्राप्त होती है
रोजरी के
द्वारा हम बुराई पर विजय प्राप्त कर सकते हैं हमारे मन दिल को, परिवार और विश्व को
आध्यात्मिक शांति प्राप्त होती है।