नई दिल्लीः प्रधान मंत्री मनमोहन सिंह ने कहा अतिवादियों के विरुद्ध कठोर कदम उठाये जायेंगे
नई दिल्ली में राष्ट्रीय एकीकरण सम्बन्धी समिति का उदघाटन करते हुए सोमवार को प्रधान
मंत्री मनमोहन सिंह ने कहा कि अतिवादियों के विरुद्ध कठोर कदम उठाये जायेंगे।
श्री
मनमोहन सिंह ने कहा कि हाल में उड़ीसा तथा कर्नाटक में ख्रीस्तीय धर्मानुयायियों के विरुद्ध
हुई हिंसक घटनाएं ख़तरनाक एवं दिल दहला देनेवाली हैं जिन्हें पूर्णतः समाप्त किया जाना
नितान्त आवश्यक है।
प्रधान मंत्री ने कहा कि जो लोग देश के शांतिपूर्ण सहअस्तित्व
को भंग करने के दोषी पाये जायेंगे उनके साथ सख्ती बरती जायेगी तथा अपराध प्रमाणित होने
पर न्यायोचित दण्ड दिया जायेगा।
प्रधान मंत्री ने कहा कि देश में ऐसी कुछेक शक्तियाँ
सक्रिय हैं जो जानबूझकर घृणा एवं हिंसा को भड़काती हैं जिनका दृढ़तापूर्वक सामना करना
तथा रोका जाना अनिवार्य है। उन्होंने कहा कि सरकार हर उपलब्ध तरीके से निर्दोष लोगों
के विरुद्ध जारी हिंसा को रोकेगी तथा देश की प्रजातांत्रिक छवि की सुरक्षा करेगी।
इस
बीच, भारत के काथलिक धर्माध्यक्षों ने रविवार को रोम में केरल की सि. आलफोन्सा की सन्त
घोषणा के दिन ख्रीस्तीयों के विरुद्ध हिंसा पर सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें द्वारा कहे
शब्दों पर हर्ष व्यक्त किया तथा आशा व्यक्त की है कि ख्रीस्तीयों को हर भारतीय नागरिक
के समान ही पूर्ण प्रतिष्ठा, सम्मान और सुरक्षा प्राप्त होगी।
नई दिल्ली महाधर्मप्रान्त
के प्रवक्ता फादर दोमनिक इम्मानुएल ने इटली की आन्सा समाचार एजेन्सी से कहा कि सन्त पापा
ने भारत के एक ऐसे अल्पसंख्यक समुदाय पर अन्तरराष्ट्रीय समुदाय का ध्यान आकर्षित किया
है जो स्वतः की सुरक्षा करने में असमर्थ है। उड़ीसा के महाधर्माध्यक्ष राफायल चीनत ने
कहा कि सन्त पापा के शब्द उड़ीसा तथा भारत के विभिन्न क्षेत्रों में उत्पीड़ित ख्रीस्तीय
धर्मानुयायियों के लिये महान सान्तवना के स्रोत हैं।