रोम में रहनेवाले भारतीयों द्वारा धन्य अल्फोंसा की संत घोषणा की पूर्व संध्या पर प्रार्थना
सभा का आयोजन
भारत के केरल में 1910 को जन्मी धन्य सिस्टर अल्फोंसा रोम स्थित संत पेत्रुस महामंदिर
के प्रांगण में 12 अक्तूबर को आयोजित संत घोषणा समारोह में संत पापा बेनेडिक्ट 16 वें
द्वारा संत घोषित की जाएंगी। फ्रांसिस्कन क्लारिस्ट धर्मबहन धन्य अल्फोंसा का निधन 1946
को हो गय़ा था। उनकी संत घोषणा प्रक्रिया 1953 में शुरू की गयी थी। धन्य अल्फोंसा कr संत
घोषणा समारोह को देखते हुए रोम में रहनेवाले पुरोहितों, धर्मबहनों और धर्मबंधुओं का संघ
11 अक्तूबर को रोम के तोरे अरजेन्टीना के निकट स्थित संत बियाजियो और कारलो चर्च में
प्रार्थना सभा का आयोजन कर रहा है। धन्य अल्फोंसा के जीवन और संदेश पर एक लघु परिचय़ प्रस्तुत
किये जाने के बाद येसुसमाजी पुरोहित फादर जेकब श्रामपिकल एक चिंतन प्रस्तुत करेंगे। प्रार्थना
सभा में परमधर्मपीठीय सुसमाचार प्रसार परिषद् के अध्यक्ष कार्डिनल आइवन डायस, सीबीसीआई
के अध्यक्ष कार्डिनल वर्की वित्य़ाथिल, मेजर आर्क विशप मोरान मार बासिलियोस, एफसीसी धर्मसमाज
की मदर जेनरल, अनेक धर्माध्यक्ष, रोम में अध्ययन या काम कर रहे पुरोहित और धर्मबहनें
तथा संत घोषणा समारोह में शामिल होने के लिए भारत से रोम आये तीर्थयात्रियों के शामिल
होने की उम्मीद है। प्रार्थना सभा के दौरान भारत की प्रथम महिला संत के रूप में प्राप्त
वरदान के लिए ईश्वर को धन्यवाद देने के साथ ही साम्प्रदायिक हिंसा के शिकार हुए लोगों,
विशेष कर उड़ीसा की पीड़ित कलीसिया के लिए प्रार्थनाएँ अर्पित की जाएंगी।