2008-10-07 16:38:08

यूरोपीय धर्माध्यक्षीय सम्मेलनों के धर्माध्यक्षों ने उड़ीसा में हिंसा समाप्त करने का आह्वान किया


यूरोप के 36 देशों के धर्माध्यक्षों ने भारत में ख्रीस्तीय विरोधी हिंसा की निन्दा करते हुए सरकारों तथा अपने देश के नेताओं को हस्तक्षेप करने का आह्वान किया ताकि हिंसा समाप्त हो। यूरोपीय धर्माध्यक्षीय सम्मेलनों के अध्यक्षों की बैठक के बाद 2 अक्तूबर को जारी संदेश में भारत के ख्रीस्तीयों के प्रति सह्दयता प्रकट करते हुए सरकारों तथा संस्थानों से आग्रह किया कि हिंसा समाप्त करने के लिए हस्तक्षेप करें।

एमनेस्टी इंटरनेशनल ने पहली अक्तूबर को भारत सरकार का आह्वान किया कि वह अपनी कथनी के अनुरूप कार्य करे ताकि उड़ीसा राज्य में ख्रीस्तीय अल्पसंख्यक समुदाय को हिन्दू चरमपंथी संगठनों की नवीकृत साम्प्रदायिक हिंसा से सुरक्षा हो। उक्त मानवाधिकार संगठन ने केन्द्रीय और राज्य सरकारों से हिंसा पर अविलम्ब नियंत्रण पाने, राहत शिविरों को पर्याप्त सुरक्षा उपलब्ध कराने, विस्थापितों को शांतिपूर्वक अपने घरों में वापस लौटना सुनिश्चित करने सहित सक्षम पदाधिकारियों से हमलों की तुरंत और निष्पक्ष जाँच कराने, रिपोर्ट सार्वजनिक करने, दोषियों को सज़ा दिलाने तथा अल्पसंख्यक धार्मिक समुदायों के अधिकारों की रक्षा करने की माँग की है।








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