धार्मिक अध्ययन संबंधी काथलिक उच्चतर संस्थानों के उददेश्य
धार्मिक अध्ययन संबंधी काथलिक उच्चतर संस्थान लोकधर्मियों और धर्मसमाजियों को अवसर प्रदान
करते हैं कि वे सत्य की अपनी समझ को गहन बना सकें ताकि लोगों और समुदाय के विश्वास में
वृद्धि हेतू अपना योगदान दे सकें। काथलिक शिक्षा संबंधी धर्मसंघ के सचिव महाधर्माध्यक्ष
ज्यां लुई ब्रूग ने काथलिक शिक्षा संबंधी दिशा निर्देश के जारी किये जाने के अवसर पर
कहा कि धार्मिक अध्ययन के उच्चतर संस्थानों के तीन प्रमुख उददेश्य हैं। पहला, लोकधर्मियों
और धर्मसमाजियों के धार्मिक प्रशिक्षण का प्रसार करना ताकि वे जिस धर्मनिरपेक्ष समाज
में जीते हैं वहाँ सुसमाचार के प्रचार में बेहतर भागीदारी कर सकें। यह भूमिका कलीसियाई
जीवन में प्रोफेशनल दायित्व सहित समाज में ख्रीस्तीय भाव को स्थापित करने पर बल देता
है। द्वितीय, उम्मीदवारों को विभिन्न प्रेरिताई और कलीसिया में विभिन्न सेवाओं के लिए
तैयार करना तथा तीसरा, विश्वविद्यालय स्तर से नीचे स्कूल स्तर में धर्मशिक्षा देने के
लिए शिक्षकों को तैयार करना।