2008-09-22 12:43:23

ईसाइयों और हिंदुओं ने मिलकर सद्भावना दिवस


अगरतला में ईसाइयों और हिंदुओं ने मिलकर सद्बभावना दिवस मनाया है प्रेम और एकता का एक अनुपम उदाहरण दिया है।
समारोह के अनुसार ने काथोलिक पुरोहित पास्कल ने हिंदुओं के अगरतला शहर के निकट में अवस्थित अमताली के भोलागिरि आश्रम शांति और सद्भावना का प्रतीक एक पौधा लगाया। इस समारोह के समय हिंदु धर्मगुरु महाराज सुरेशरा नन्दा गिरि स्वामी और अन्य धार्मिक नेता मौजूद थे।
शांति और सद्भाव को लगाने के बाद फादर पास्कल ने यह कामना की कि जिस प्रकार यह पौधा धीरे-धीरे बढता जायेगा वैसा ही हिंदुओं और ईसाइयों के बीच शांति और सद्भाव भी बढ़ता जाये।
इसके तुरन्त बाद डॉन बॉस्को शांति केन्द्र नन्दानगर में महाराज सुरेशसरा नन्दा गिरि स्वामी ने भी एक पौधा लगाया और लोगों को आमंत्रित किया कि वे सब कोई दूसरों के धर्म और संस्कृति का सराहना करना सीखें और तब ही शांति और सद्भावना बढे़गी।
इस अवसर पर बोलते हुए अन्तरराष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता संगठन के सचिव ने कहा कि धर्म के नाम पर हिंसा कतई शोभा नहीं देता है क्योंकि हर धर्म यही सिखाता है कि हम शांति और सौहार्दपूर्ण जीवन बितायें।
फादर एम. सी. जोर्ज ने बताया कि इस समारोह का आयोजन त्रिपुरा के सम्पारी हुकुमु बोदोल नामक संस्था तत्वावधान में हुआ था। ' यूनिभर्सल पीस फेडेरेशन ' और ' पीस ड्रीम एन्ड रेलिजियस यूथ सर्विस ' नामक संस्थाओं ने भी इस समारोह में भाग लिया।












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