पेभ द वे फाउंडेशन द्वारा आयोजित सम्मेलन के प्रतिभागियों के लिए संत पापा का संदेश
पेभ द वे फाउंडेशन द्वारा संत पापा पियुस बारहवें के जीवन और कार्यों पर आयोजित सम्मेलन
के प्रतिभागियों को कास्तेल गोंदोल्फो स्थित प्रेरितिक निवास में गुरूवार को सम्बोधित
करते हुए संत पापा बेनेडिक्ट 16 वें ने कहा कि प्रभु सेवक संत पापा पियुस बारहवें के
निधन की 50 वीं पुण्यतिथि एक महत्वपूर्ण अवसर प्रदान करती है कि उनके व्यक्तित्व को
जानें, उनकी समृद्घ शिक्षाओं पर चिंतन करें तथा उनके कार्यों का विस्तार से विश्लेषण
किया जाये। द्वितीय विश्व युद्ध के समय नात्सी और फासीवादी विचारधारावाले आपराधिक योजना
के तहत पृथ्वी से यहूदियों का अस्तित्व मिटा देना चाहते थे। संत पापा ने कहा कि जब एक
व्यक्ति पूर्वाग्रहों से मुक्त होकर इस महान संत पापा के समीप आता है तो उनके आध्यात्मिक
और मानवीय चरित्र, उनके जीवन और उनकी शिक्षाओं से प्रभावित होता है। उनके विवेक, मेषपालीय
प्रेरिताई तथा यहूदियों की जीवन रक्षा हेतु संगठनात्मक रूप से प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष
सहायता पहुँचाने की सराहना करता है। 9 अक्तूबर 1958 को कास्तेल गोंदोल्फो के इस प्रेरितिक
निवास में ही संत पापा पियुस बारहवें का निधन हो गया था। उनके निधन की 50 वीं पुण्यतिथि
का यह वर्ष उनके जीवन और कार्यों के विभिन्न पहलूओं पर और अधिक गहराई से अध्ययन करने
का अवसर उपलब्ध करायेगा ताकि लोग पूर्वाग्रहों से मुक्त होकर ऐतिहासिक सत्य को जान सकें।