2008-09-15 16:35:40

लूर्द स्थित विश्व प्रसिद्ध मरियम तीर्थालय के प्रांगण में बीमारों एवं विकलांगों के लिए ख्रीस्तयाग


काथलिक कलीसिय़ा के परमधर्मगुरू संत पापा बेनेडिक्ट 16 वें ने सोमवार 15 सितम्बर को लूर्द स्थित विश्व के अति लोकप्रिय मरियम तीर्थालय के प्रांगण में बीमारों एवं विकलांगों के लिए ख्रीस्तयाग अर्पित किया। इसी दिन काथलिक कलीसिया ने माता मरियम के सात महादुःखों का पर्व मनाया। अपने प्रवचन में संत पापा ने कहा कि मरियम अपनी हर संतान को प्यार करती है, वे उन लोगों पर विशेष ध्यान देती हैं जो पीड़ा के समय दुःख का शिकार बन जाते हैं। बीमार व्यक्ति की मर्यादा कभी कम नहीं होती है। ऐसे संघर्ष हैं जिनका सामना हम अकेले, दिव्य सहायता के बिना नहीं कर सकते हैं। पीड़ा और दुःख हमारे जीवन के संतुलन को अस्त व्यस्त कर आत्म-विश्वास की मजबूत बुनियाद को हिला सकते हैं तथा यदा-कदा लोगों को निराशा के गहरे गर्त में ले जाते हैं कि वे जीवन के मूल्य और अर्थ पर सवाल करने लगते हैं। मरियम की मुस्कान जीवन जल का झरना है। तीर्थयात्रियों और बीमार लोगों की प्रार्थना में संयुक्त होते हुए हम उन भाई-बहनों जिनके दिल और शरीर में दुःख है, के साथ लूर्द की माता मरियम के पास प्रार्थना करते हैं। ख्रीस्तयाग के दौरान संत पापा ने 10 मरीजों पर पवित्र तेल का लेपन कर उन्हें बीमारों का संस्कार प्रदान किया। ख्रीस्तयाग समारोह के बाद संत पापा बेनेडिक्ट 16 वें फ्रांस में अपनी चार दिवसीय प्रेरितिक यात्रा पूर्ण कर 15 सितम्बर को अपराह्न 3 बजे रोम लौट आये।








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