संत पापा बेनेडिक्ट सोलहवें ने पंचवर्षीय पारम्परिक मुलाकात सम्पन्न कर चुके पराग्वे
के धर्माध्यक्षों को कास्तेल गोंदोल्फो स्थित प्रेरितिक प्रासाद में गुरूवार को सम्बोधित
करते हुए कहा कि लोकधर्मी बुलाहट में राजनीति का एक बड़ा भाग है। लौकिक व्यवस्था विशेषकर
राजनीति में लोकधर्मियों की भूमिका समाज के सुसमाचारीकरण की कुँजी है। संत पापा ने पुष्टि
की कि इस मिशन का विशिष्ट पहलू राजनीति में सहभागी होना है जिसके लिए लोगों को प्रोत्साहन
दिया जाना जरुरी है। उन्होंने कहा कि सामाजिक उदारता के इस महत्वपूर्ण आयाम को पूर्ण
जिम्मेदारी और समर्पण के साथ जिया जाये ताकि न्याय और ईमानदारी का प्रसार हो तथा सत्य
एवं यथार्थ मूल्यों सहित जीवन, विवाह और परिवार की रक्षा की जा सके। इस तरह लोकधर्मी
सम्पूर्ण समाज के यथार्थ मानवीय और आध्यात्मिक हित में अपना योगदान दे सकेंगे।