संदिग्ध बजरंगदल और विश्व हिन्दु परिषद् के कार्यकर्ताओं ने गिरजाघर मे आग लगायी
मध्यप्रदेश के रतलाम शहर के रेलवे कोलोनी में अवस्थित 86 वर्ष पुराने बार्थोलोमी सी.
एन. आई. गिरजाघर को संदिग्ध बजरंगदल और विश्व हिन्दु परिषद के कार्यकर्ताओं ने 7 सितंबर
शनिवार को जला कर राख कर दिया।
इस घटना की जानकारी देते हुए 75 वर्षीय श्री डेविड
ने कहा कि पल्लीवासियों ने 87वीं वर्षगाँठ मनाने के लिये के पूरे गिरजाघर को सिंगारा
था पर चरमपंथियों ने इसे ध्वस्त कर दिया । ज्ञात हो कि सात सितंबर को गिरजाघर की जुबिली
मनाये जाने का कार्यक्रम था। यह गिरजाघर रतलाम क्षेत्र का ऐसा एकमात्र गिरजाघर था जहाँ
अंग्रेजी भाषा-भाषियों के लिये पूजा अनुष्ठान संपन्न किया जाता था। अनुमान है कि गिरजाघर
के जल जाने से करीब आठ लाख रुपये की क्षति हुई है।
पास्टर जोस मैथ्यु ने बताया
कि इस संबंध में थाने में एफ. आई. आर. दायर किया गया है। स्थानीय पुलिस अधीक्षक मनीष
अग्रवाल ने कहा कि उन्होंने भारतीय दंड संहिता की धारा 295 और 436 के अंतर्गत रिपोर्ट
दायर कर ली है।
उधर बजरंग दल और विश्व हिन्दु परिषद् के कार्यकर्ताओं ने आगजनी
की जिम्मेदारी अपने ऊपर लेने से इंकार कर दिया है और कहा है कि गिरजाघर में आग ' शोर्ट
सर्किट ' के कारण लगी। स्मरण रहे कि पूरा गिरजाघर लकड़ी से निर्मित था।
उधर मध्य
प्रदेश के ईसाई महासंघ के अध्यक्ष लालू स्तीफन ने गहन चिंता व्यक्त करते हुए कहा है कि
गिरजाघर को जलाये जाने की पूरी घटना चरमपंथियो की एक सुनियोजित चाल के तहत् ही उस समय
पूरा हुआ जब गिरजेघर का 87वाँ वर्षगाँठ मनाया जाना था।
सीबीसीआई समाचार के अऩुसार
पुलिस ने गिरजाघर के चौकीदार नोएल नामक एक ईसाई को मीडिया के सामने प्रस्तुत किया और
कहा कि उसने गिरजाघर में आग लगाने की बात क़बूल कर ली है।
पुलिस ने नोएल को गिरफ्तार
कर जेल भेज दिया है। इस बात का कड़ा विरोध करते हुए नोएल की 55 वर्षीय माँ रोजी पारे
ने कहा है कि जब 7 सितंबर का रात को गिरजे में आग लगायी गयी थी उस समय नोएल, उसकी पत्नी
और बच्चे घर में सो रहे थे। रोजी पारे ने यह भी आरोप लगाया है कि पुलिस अपराधियों को
बचाने का खेल खेल रही है।
इस घटना से पूरे क्षेत्र के ईसाइयों में रोष है। पास्टर
पुनिया दुलिया के नेतृत्व में करीब एक हज़ार पाँच सौ ईसाइयों ने मिलकर एक जुलूस निकाला
और मुख्यमंत्री के लिये एक ज्ञापन पत्र स्थानीय कलेक्टर को सौंपा और माँग की है कि इस
घटना की जाँच की जाये और अपराधी को तुरन्त गिरफ्तार किया जाये।
कैथोलिक बिशप्स
कौंसिल के प्रवक्ता फादर आनन्द ने कहा है कि वे हाईकोर्ट के सेवानिवृत न्यायधीश, अन्य
समाज सेवी और पत्रकारों से मिलकर भावी रणनीति पर विचार कर रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा
कि वे पुलिस के पक्षपातपूर्ण रवैये को कभी बर्दाश्त नहीं करेंगे।
रतलाम के स्थानीय
सांसद और कृषि के राज्य मंत्री श्री कांतिलाल बुरिया ने कहा कि वे अपने क्षेत्र में शांति
और व्यवस्था बनाये रखने के लिये वचनबद्ध हैं।