कास्तेल गोन्दोलफोः कोलोम्बिया की पूर्वबन्धक सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें से मिली
कोलोम्बिया में वाम पंथी गुरिल्ला लड़ाकाओं द्वारा सात वर्षों तक बन्धक रखी गई इन्ग्रिड
बेताँगकुर ने सोमवार को कास्तेल गोन्दोल्फो में सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें से मुलाकात
की। कोलोम्बिया में राष्ट्रपति चुनावों की पूर्व अभ्यर्थी इन्ग्रिड बेताँगकुर को
विगत दो जुलाई को रिहा किया गया था। मुलाकात का उद्देश्य स्पष्ट करते हुए वाटिकन
के प्रवक्ता फादर फेदरीको लोमबारदी ने कहा कि श्रीमती बेताँगकुर सन्त पापा को उनकी प्रार्थनाओं,
उनके समर्पण तथा सभी बन्धकों के पक्ष में की गई उनकी अपीलों के लिये धन्यवाद ज्ञापित
करना चाहती थीं। उन्होंने कहा कि वे अपने अनुभवों से सन्त पापा को अवगत कराना चाहता थीं
तथा उन्हें बताना चाहती थीं कि बन्धक स्थिति में उनका काथलिक विश्वास उनके लिये आत्मिक
बल का स्रोत सिद्ध हुआ। सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें के साथ मुलाकात के बारे में
श्रीमती बेताँगकुर ने कहा कि इससे उनका एक स्वप्न पूरा हुआ है। सन्त पापा को उन्होंने
बताया कि अपनी बन्दी स्थिति में उनके काथलिक विश्वास तथा इस ज्ञान ने उन्हें आत्मिक बल
प्रदान किया कि यूरोप एवं समस्त विश्व में उनके लिये प्रार्थानाएँ की जा रही थीं तथा
उनकी रिहाई का आव्हान किया जा रहा था। उन्होंने बताया कि एक बार वे अपनी कोठरी में उदास
बैठी थीं कि एकाएक रेडियो से सन्त पापा की आवाज़ प्रसारित की गई जिसमें उनका नाम लिया
गया। उन्होंने कहा कि वह एक आशा की किरण जैसा था इसीलिये रिहाई के बाद उन्होंने सन्त
पापा से मिलना चाहा। कोलोम्बिया में वाम पंथी गुरिल्ला लड़ाकाओं द्वारा अभी भी बन्धक
रखे जा रहे सैकड़ों व्यक्तियों पर उन्होंने चिन्ता व्यक्त की। पत्रकारों से उन्होंने
कहा कि सन्त पापा बन्धकों के उत्पीड़न से अत्यन्त दुःखी हैं। उन्होंने कहा कि वे भलीप्रकार
जानती हैं कि सन्त पापा सभी बन्धकों की रिहाई एवं उनके देश में शांति के लिये प्रार्थना
कर रहे हैं।