झारखंड में चर्च के नाम पर कुछ हिन्दु संगठनों द्वारा लोगों से पैसे ऐंठने का मामला सामने
आया है। स्थानीय पत्रकार मनोज लकड़ा के अनुसार काथलिक कलीसिया के एक सौ साल के इतिहास
में इस प्रकार के फर्जी संगठनों ने समाज सेवा के नाम पर करीब दस करोड़ रुपये झाँस लिये
हैं।
इसकी जानकारी तब हुई जब सोलह जुलाई को राँची के एक पुलिस थाने में एक शिकायत
दायर की गयी।
इसमें जिस संस्था का पर रुपया ऐंठने का आरोप लगाया गया है वह है
गुड शेपड मिनिस्टरी जिसने अपने आपको एक काथलिक संगठन के रूप में लोगों के सामने पेश करता
रहा है।
इस प्रकार के नकली संगठनों ने ईसाइयों को ही अपनी संस्था का एजेंट बनाया
था ताकि लोगों को संदेह न हो। एक घटना के अनुसार इस संस्था ने एक परिवार से 500 से 2हज़ार
रुपये तक ऐंठे यह आश्वासन देकर कि वे उसके बच्चे की पूरी पढ़ाई में मदद करेंगे।
पत्रकार
मनोज लकड़ा के अनुसार इस प्रकार की धोखाघड़ी में करीब 12 हज़ार लोगों ने अपने पैसे गवाँये।
लकड़ा ने बताया इस प्रकार की धोखाघड़ी करने वालों ने लोगों में अपना विश्वास जगाने के
लिये कार्डिनल के नाम का भी दुरुपयोग किया ।
जब इस बात का खुलासा हुआ तब से झारखंड
कौंसिल ऑफ चर्चेस ने अपने कान खड़े कर दिये हैं। जे.सी.सी के अध्यक्ष धर्माध्यक्ष निर्दोष
लकड़ा ने लोगों को निर्देश दिया कि वे इस बात की सूचना सबों को दे दें। उन्होंने कहा
कि इस प्रकार की धोखाघड़ी से चर्च की बदनामी हुई है।
अन्तरकलीसियाई समिति के
उप अध्यक्ष फादर सी. आर. प्रभु ने बताया कि इस प्रकार की ठगी से वचना बहुत आवश्यक है
और पुलिस की मदद से ऐसे लोगों के कारबार को बन्द किया जाना चाहिये।