रूस को जॉर्जिया पर संयुक्त राष्ट्र का प्रस्ताव नामंज़ूर
रूस ने जॉर्जिया पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव को नामंज़ूर करते हुए
इसे फ्रांस के राष्ट्रपति निकोलास सार्कोज़ी के संघर्षविराम की शर्तों के विपरीत बताया
है। विगत सप्ताह राष्ट्रपति निकोलास सार्कोज़ी के नेतृत्व में संघर्ष विराम हुआ था
जिसपर मॉस्को एवं तिबलीज़ी दोनों ने हस्ताक्षर किये थे। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा
परिषद के प्रस्ताव में जॉर्जिया की सीमा के सम्मान तथा रूसी सेनाओं की वापसी की मांग
की गई। इस बात पर बल दिया गया कि रूसी सैनिक सात अगस्त को आरम्भ संघर्ष से पहले की स्थिति
में लौट जायें। रूस उक्त प्रस्ताव से सहमत नहीं है। उसका कहना है कि विगत सप्ताह
सम्पन्न युद्ध विराम के तहत रूसी सेनाओं को दक्षिण ओसेतिया की सीमा के एक क्षेत्र में
शांतिरक्षक कार्य के लिये बने रहने पर दोनों पक्षों की सहमति हो गई थी। बीबीसी संवाददाता
का कहना है कि रूसी सेना अब भी जॉर्जिया में तैनात है तथा राजधानी तिब्लिसी के पास रूसी
चेक पॉइंट्स अब भी ज्यों के त्यों कायम हैं। संघर्ष सात अगस्त को आरम्भ हुआ था जब
जॉर्जिया ने पृथक हुए दक्षिण ओसेतिया पर फिर से नियंत्रण के लिए गोलाबारी शुरु की थी।
इसी गोलाबारी के बाद, दक्षिण ओसेतिया के समर्थक, रूस ने अपनी सेनाएँ जॉर्जिया प्रेषित
की थीं। बताया जाता है कि दो सप्ताहों के इस युद्ध में एक लाख से अधिक व्यक्ति विस्थापित
एवं बेघर हुए हैं।