बिहार की सरकार के छात्रों के रिजल्ट के आधार पर अनुदान देने का चर्च ने स्वागत किया
बिहार की सरकार के उस निर्णय का कि सरकार छात्रों के रिजल्ट के आधार पर अनुदान देगी का
चर्च ने स्वागत किया है। सरकार की नीति के अनुसार अगले जुलाई माह से वैसे विद्यार्थियों
को जो हाई स्कूल में प्रथम दर्जे से उतीर्ण होंगे उन्हें तीन हज़ार पाँच सौ रुपये दिये
जायेंगे और द्वितीय दर्जें से पास होने वाले को तीन हज़ार और तृतीय दर्जे से पास होने
वाले को दो हज़ार पाँच सौ रुपये दिये जायेंगे। इस घोषणा में यह भी कहा गया है कि प्रत्येक
छात्रा को अलग से 200 रुपये दिये जायेंगे। सरकार की इस नयी नीति पर प्रतिक्रिया व्यक्त
करते हुए सेक्रेड हार्ट स्कूल की प्रधानाध्यापिका सिस्टर विभा ने अपनी खुशी ज़ाहिर करते
हुए बताया कि इससे छात्रों को अपने पढ़ाई-लिखाई में बहुत मदद मिलेगी और आर्थिक रूप से
कमजोर छात्र-छात्राओं को अपने भविष्य को उज्ज्वल बनाने का अवसर मिल पायेगा। बिहार
विद्यालय शिक्षा आयोग के अध्यक्ष अंजनी कुमार सिंह ने यूकान को बताया कि सरकार की इस
योजना से देहात के स्कूलों और प्राईवेट स्कूल के छात्र-छात्राओं को बहुत लाभ मिलेगा।
उन्होंने यह भी कहा कि अनुदान देने के पीछे सरकार की एक ही मंशा है कि गाँवों में पढ़
रहे होनहार विद्यार्थियों और शिक्षकों को प्रोत्साहन देना ताकि शिक्षा का स्तर बेहतर
हो सके। पूर्णिया धर्मप्रांत के शिक्षा विभाग के निदेशक फादर फ्रांसिस तिर्की ने कहा
है कि इस योजना से चर्च के करीब 50 हाई स्कूलों को सीधा लाभ मिल पायेगा। उन्होंने सरकार
से अपील की है कि इस प्रकार की नीति मिड्ल स्कूलों के लिये भी बनायी जानी चाहिये। भागलपूर
धर्मप्रांत के शिक्षा विभाग के निदेशक फादर मैथ्यू वेत्तुकाल्लेल ने सरकार की इस नयी
नीति का स्वागत करते हुए कहा है कि चर्च के लिये सरकारी अनुदान योजना एक बडा वरदान सिद्ध
होगी क्योंकि चर्च के अधिकतर स्कूल देहातों में है जहाँ विद्यार्थी स्कूल फीस दे नहीं
पाते हैं।