2008-08-13 13:20:05

तृतीय अमरीकी मिशनरी सम्मेलन को सन्त पापा बेनेडिकिट का सन्देश


लातीनी अमरीकी देश एक्वाडोर के क्वीतो नगर में 12 अगस्त से 17 अगस्त तक तीसरा अमरीकी मिशनरी सम्मेलन जारी है जिसमें लातीनी अमरीका तथा करीबियाई देशों के काथलिक धर्माध्यक्ष भाग ले रहे हैं।

सम्मेलन को प्रेषित सन्देश में सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें ने सम्मेलन के विषय "अमरीका ख्रीस्त को सुनें, समझे तथा उनकी उदघोषणा करे" पर अपने चिन्तन को केन्द्रित रखा तथा धर्माध्यक्षों से आग्रह किया कि वे वर्तमान जगत के समक्ष प्रभु ख्रीस्त के विश्वसनीय साक्षी बनें।

क्वीतो के सम्मेलन को महाद्वीपीय भोजन कक्ष की संज्ञा प्रदान कर सन्त पापा ने कहा कि जिस प्रकार अन्तिम भोजन कक्ष में प्रार्थनारत येसु के शिष्यों ने पवित्र आत्मा का वरदान प्राप्त किया था उसी प्रकार, उनकी याचना है कि, क्वीतो के सम्मेलन में भाग लेने वाले भी पवित्र आत्मा से परिपूर्ण होकर सुसमाचार प्रचार सम्बन्धी कलीसिया के कार्य को नवीन वेग प्रदान कर सकेंगे।

क्वीतो सम्मेलन के उद्देश्य को स्पष्ट करते हुए सन्त पापा ने कहा कि इसका प्रमुख कार्य लातीनी अमरीका तथा करीबियाई देशों की कलीसियाओं के प्रेरितिक उद्यमों को एकीकृत करना है ताकि इन कलीसियाओं का हर कार्य येसु ख्रीस्त का परिचय यहाँ की जनता से करा सके तथा उनके असीम प्रेम के सन्देश को उनमें फैला सके।

सन्त पापा ने धर्माध्यक्षों से कहा कि ख्रीस्त के सुसमाचार की उदघोषणा, भाइयों को अर्पित हमारी सबसे महत्वपूर्ण सेवा है क्योंकि ख्रीस्त इसीलिये इस धरती पर आये ताकि हम जीवन और बहुतायत का जीवन प्राप्त कर सकें।

17 अगस्त तक जारी उक्त मिशनरी सम्मेलन का नेतृत्व, सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें के विशेष दूत, सान्तो दोमिंगो के महाधर्माध्यक्ष, कार्डिनल निकोलास दे हेसुस लोपेज़ रोडरिग्ज़ कर रहे हैं।








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