नई दिल्लीः महाधर्माध्यक्ष बर्नाड मोरस द्वारा अन्तरराष्ट्रीय एड्स सम्मेलन में भारतीय
कलीसियाई मण्डल का नेतृत्व
मेक्सिको में तीन से आठ अगस्त तक एड्स पर 17 वाँ द्विवार्षिक अन्तरराष्ट्रीय सम्मेलन,
"एड्स 2008" जारी है जिसमें महाधर्माध्यक्ष बर्नाड मोरस भारतीय कलीसियाई प्रतिनिधिमण्डल
का नेतृत्व कर रहे हैं।
समस्त विश्व में एड्स रोगियों की सेवा में संलग्न संगठनों
के लगभग 20,000 प्रतिनिधि मेक्सिको में आयोजित उक्त एड्स सम्मेलन में भाग ले रहे हैं।
सम्मेलन का उद्देश्य एड्स सम्बन्धी महत्वपूर्ण नवीन वैज्ञानिक शोधों की प्रस्तावना के
अवसर देना तथा इस महामारी के परिणामस्वरूप प्रस्तुत गम्भीर चुनौतियों का विश्वव्यापी
समाधान ढूँढ़ने के लिये विचारों का आदान प्रदान करना है।
महाधर्माध्यक्ष बर्नाड
मोरस भारतीय काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन की स्वास्थ्य समिति के अध्यक्ष हैं जो भारत
में कलीसिया के स्वास्थ्य सम्बन्धी केन्द्रों का समन्वय करती है। ग़ौरतलब है कि काथलिक
कलीसिया भारत में छोटे-बड़े लगभग 6000 स्वास्थ्य केन्द्रों एवं उपचार केन्द्रों का संचालन
करती है।
राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण संगठन के अनुसार भारत में 35 लाख व्यक्ति एड्स
वाईरस से संक्रमित हैं। चिन्ता का विषय यह कि अधिकांश संक्रमित व्यक्तियों की आयु 15
से 30 वर्ष की है।