ईसाइयों के महाधर्मगुरु संत पापा बेनेदिक्त सोलहवें ने कहा कि उन्हें पक्का
विश्वास है कि पश्चिम की कलीसिया मजबूत होगी और विश्व को सकारात्मक योगदान दे पायेगी।
उक्त बातें संत पापा ने उस समय कहीं जब वे रोम से 20 घंटे की हवाई यात्रा करने के बाद
विश्व युवा दिवस मनाने के लिये सिडनी के उत्तर- पश्चिम में अवस्थित वायु सेना के रिचमोन्ड
रोयल ऑस्ट्रेलियन हवाई अड्डा पहुँचे।
हवाई अड्डे पर ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री
केविन रुद्द ने उनका स्वागत किया। स्वागत करने वालों में प्रधानमंत्री के अलावा सिडनी
के महाधर्माध्यक्ष कार्डिनल जोर्ज भी वहाँ उपस्थित थे। सिडनी पहुँचने के बाद पत्रकारों
से 20 मिनट तक बातें करते हुए संत पापा ने कहा कि विश्व युवा दिवस का ऑस्ट्रेलिया में
आयोजन यह दिखाता है कि हम ईश्वर की खोज में लगे हुए हैं और ईश्वर को पाना चाहते हैं और
यही हमारे लिये सबसे बड़ी आशा का कारण है। संत पापा इस अवसर पर पश्चिमी देशों की प्रगति
की चर्चा करते हुए कहा कि पश्चिम के देशों ने आर्थिक और तकनीकि के क्षेत्र में विकास
किये हैं पर धर्म को दरकिनार-सा कर दिया है। उन्होंने आगे कहा कि हम धर्म और भगवान
को हासिये पर डाल सकते हैं पर इससे ईश्वर हमारे जीवन से लुप्त नहीं हो सकता है। ईश्वर
तो हमारे दिलों में निवास करते हैं वे सदा हमारे साथ बने रहेंगे। संत पापा ने कहा
कि वे ऑस्ट्रेलिया में क्षमा और मेलमिलाप के लिये आये हैं ताकि वे लोग जो यौन-शोषण के
शिकार हो गये हैं और काथलिक कलीसिया के बीच सौहार्दपूर्ण संबंध कायम हो सके।
संत
पापा ने कहा कि वे चाहते हैं कि आज की युवा पीढ़ी का ईश्वर के प्रति अपना विश्वास मजबूत
हो ज्ञात हो कि यह साल पोप बेनेदिक्त सोलहवें का संत पापा के रूप में नौंवा साल
है और वे दूसरी बार विश्व युवा दिवस की अध्यक्षता करेंगे। संत पापा के साथ जो उच्च
स्तरीय टीम सिडनी पहुँची है उसमें 29 व्यक्ति संत पापा की प्रेरितिक यात्रा समिति के
सदस्य हैं और 43 व्यक्ति वाटिकन मीडिया के सदस्य हैं। संत पापा अगले तीन दिनों तक
ऑपुस देई द्वारा संचालित केनथ्रस्ट स्टडी सेंटर में मनन-चिन्तन करेंगे। विश्व युवा सम्मेलन
का औपचारिक शुरुआत 17 जुलाई को होगी। 20 जुलाई को रैन्डविक रिकोर्स में होने वाले
यूखरिस्तीय समारोह में देश-विदेश से आये 5 लाख युवा भाग लेंगे।