काथलिक धर्माध्क्षों का जी-8 देशों को विश्वव्यापी निर्धनता एवं जलवायु परिवर्तन संबंधी
मुद्दों के समाधान का आह्वान
विश्व के आठ सर्वाधिक औद्योगिक एवं धनी राष्ट्र जी-8 के काथलिक धर्माध्क्षों ने आह्वान
किया है कि वे अपनी आगामी बैठक मे विश्वव्यापी निर्धनता एवं जलवायु परिवर्तन क् मुद्दों
पर विचार-विमर्श कर इन समस्याओं का समाधान सुझायें। जी-8 राष्ट्रों का शीर्ष सम्मेलन
जुलाई माह के आरम्भ में जापान में होने वाला है। जी-8 देश में ब्रिटेन, कनाडा, फ्राँस,
जर्मनी, इटली, जापान, रूस तथा अमरीका सम्मिलित हैं। इन राष्ट्रों के काथलिक धर्माध्यक्षों
ने अपने राष्ट्राध्यक्षों के नाम एक पत्र लिखकर निर्धनता निवारण तथा जलवायु परिवर्तन
के दुष्परिणामों को रोकने के लिये ठोस बातचीत का आह्वान किया है।
जापान के शीर्ष
सम्मेलन में अफ्रीकी नेताओं के साथ भी विशिष्ट बातचीत निर्धारित है।साथ ही विश्व के उन
16 देशों के साथ बैठक सुनियोजित है जो सबसे अधिक कार्बन डायोक्साइड उत्सर्जित करते हैं।
धर्माध्यक्षों ने लिखा, मानव जीवन एवं मानव प्रतिष्ठा की रक्षा हेतु हमारा धार्मिक और
नैतिक समर्पण हमें अल्पविकसित एवं विकासशील देशों के निर्धनों एवं मानव परिवारों के दुर्बलों
के पक्ष में बोलने के लिये मजबुर करता है।
धर्माध्यक्षों ने यह भी याद दिलाया
कि विश्व के धनी राष्ट्रों ने 2010 तक निर्धन देशों के लिए 50 अरब डॉलर प्रतिवर्ष देने
का वादा किया है जिसमें से आधी धनराशि अफ्रीका को दी जानी है। धर्माध्यक्षों ने आग्रह
किया है कि धनी राष्ट्र इस वादे को निभायें तथा स्वास्थ्य, शिक्षा एवं लोकोपकारी सहायता
के क्षत्रों में नये सिरे से समर्पण की अभिव्यक्ति करें।