2008-06-25 09:08:05

इंडोनेशिया के बाली द्वीप में इलेक्ट्रानिक और कम्प्यूटर से जुड़े कचरे पर अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन


इंडोनेशिया के बाली द्वीप में इलेक्ट्रानिक और कम्प्यूटर से जुड़े कचरे पर सोमवार को एक अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन आरम्भ हुआ जो गुरुवार तक जारी रहेगा। इस सम्मेलन में लगभग 170 देशों के एक हज़ार प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं। सम्मेलन में भाग लेनेवाले उक्त सभी देशों ने विषैले कचरे के प्रबन्धन सम्बन्धी संयुक्त राष्ट्र संघीय बेसल समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं।
सम्मेलन में इस बात पर ध्यान केन्द्रित किया जायेगा कि विकासशील देशों में किस प्रकार ख़तरनाक कचरे, विशेष रूप से ई-कचरे, का प्रबन्धन किया जाये ताकि वह मानव स्वास्थ्य एवं पर्यावरण को कम ही प्रभावित कर पाये। मेडिकल, कैमिकल और कंप्यूटर के नुक़सानदेह कचरे से किस प्रकार सुरक्षित तरीके से निपटा जा सके इस पर भी विचार विमर्श किया जायेगा।
विकसित एवं धनी देशों से अल्पविकसित तथा विकासशील देशों तक ख़तरनाक कचरे के स्थानान्तरण पर रोक लगाने के लिये सन् 1989 में बेसल समझौता सम्पन्न हुआ था। तथापि यह समझौता ख़तरनाक कचरे के स्थानान्तरण पर रोक लगाने में सफल नहीं हुआ है क्योंकि अभी भी धनी औद्योगिक राष्ट्र विकासशील देश जैसे चीन एवं भारत को अपना कूड़ा भेज रहे हैं।
अमरीका का सर्वाधिक ई-कचरा चीन एवं भारत को भेजा जाता है। एक रिपोर्ट के अनुसार केवल सन् 2007 में ही 600 टन ई-कचरा भारत को प्रेषित किया गया था। गौ़रतलब है कि अमरीका में ई-कचरा निर्यात अवैध नहीं है क्योंकि अमरीका ने बेसल समझौते पर हस्ताक्षर नहीं किये हैं।














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