भूख की समस्या के समाधान करना अर्थात् मानव को उचित सम्मान देना
विश्व से भूख की समस्या को हटाने का अभियान तब ही सफल माना जायेगा जब इस अभियान का लक्ष्य
हो मानव का सम्मान । उक्त बातें संत पापा के प्रवक्ता जेस्विट फादर फेदिरिको लोम्बार्दी
ने उस समय कहीं जब वे वाटिकन टेलेविज़न के साप्ताहिक कार्यक्रम ‘ऑक्तावा दियेस’ में
बोल रहे थे।
संत पापा के प्रवक्ता फादर लॉम्बार्डी ने कहा कि संत पापा के अनुसार
यदि आप भूखे व्यक्ति को भोजन नहीं देते हैं और उसकी मृत्यु हो जाती है तो इसका मतलब है
आपने उस व्यक्ति को मार डाला है।
फादर लोम्वार्डी ने इस बात को स्वीकार किया है
कि भूख की समस्या से निपटने के लिये कोई भी कारगर दीर्घकालीन या अल्पकालीन योजना बना
पाना उतना आसान नहीं है फिर भी इतना तो अवश्य हो सकता है कि विश्व के सब लोग इस दायित्व
को समझें कि कोई भी व्यक्ति भूखा न रहे और सब ही को मानव होने का उचित सम्मान मिले। फादर
फेदिरिको लोम्बार्डी ने इस बात पर भी बल दिया कि संत पापा चाहते हैं कि जब कभी भी राष्ट्रीय
या अन्तरराष्ट्रीय सम्मेलनों के लिये बैठक होते हैं तो वहाँ भी इस बात पर विचार किया
जाना चाहिये कि हम किस तरह से मानव का उचित सम्मान करें और किस तरह से हम मानव की मर्यादा
को बनाये रखने के लिये लगातार निर्णय लें और उन्हें लागू करें।
वाटिकन कार्यालय
के निदेशक फादर लोम्बार्डी ने कहा कि जब मानव को उचित सम्मान देने का सही निर्णय ले
कर के ही हम भूख की समस्या का सही समाधान कर सकते हैं।