संत पापा बेनेदिक्त सोलहवें कार्डिनल एर्नेस्तो कोरिपियो अहुमादा के निधन से दुःखी
संत पापा बेनेदिक्त सोलहवें ने मेक्सिको के महाधर्माध्यक्ष को दूरभाष द्वारा प्रेषित
अपने तार संदेश में का है कि उन्हें कार्डिनल एर्नेस्तो कोरिपियो अहुमादा के निधन से
गहरा दुःख हुआ है। कार्डिनल एरनेस्तो की मृत्यु लम्बी बीमारी के बाद वृहस्पतिवार को हो
गयी। वे 88 साल के थे। संत पापा ने कार्डिनल नोरबेरतो रिभेरा कारेरा को भेजे अपने तार
संदेश में कार्डिनल एरनेस्तो के प्रति अपना सम्मान प्रकट किया और कहा कि वे येसु के
एक उत्साही सेवक थे और सुसमाचार के प्रचार के लिये आजीवन समर्पित थे। इस दुःख की
घड़ी में संत पापा ने कार्डिनल एर्नेस्तो के परिवार के सदस्यों के प्रति भी अपनी सहानुभूति
जतायी और कहा कि वे उनके परिवार के सभी लोगों के लिये और मेक्सिको के सभी लोगों को जिन्हें
कार्डिनल ने अपनी सेवायें दीं ईश्वर से प्रार्थना करते हैं कि ईश्वर उन्हें दिलासा दें
और साहस प्रदान करे। उन्होंने आगे कहा कि कार्डिनल एर्नेस्तो ने तदम्पिको, अनतेक्वेरा,
प्यूबा डे लोस अन्जेलेस और मेक्सिको के लोगों की जो उदारतापूर्ण सेवा की है वह यही दिखाता
है कि वे येसु के एक समर्पित और कर्मठ सेवक थे और उन्होंने कलीसिया और ईश्वर की सेवा
में अपना जीवन पूर्ण रूप से अर्पित कर दिया था। कार्डिनल रिभेरा ने भी इस अवसर पर
कहा कि कार्डिनल एर्नेस्तो की मृत्यु कलीसिया के लिये अपूर्णीय क्षति है।कार्डिनल मेक्सिको
के आदिवासियों के विकास के लिये अनेक कदम उठाये थे। उन्होंन संत जुआन दियेगो की संत बनाये
जाने की प्रक्रिया भी आरम्भ करवायी थी। कार्डिनल एर्नेस्तो का जन्म सन् 1919 में तमपिको
में हुआ था। उनका पुरोहिताभिषेक सन् 1942 ईस्वी में हुआ और वे 1977 से लेकर 1994 ईस्वी
तक मेक्सिको के महाधर्माध्यक्ष थे।