संत पापा बेनेदिक्त सोलहवें ने 20वीं सदी के शहीदों को सम्मानित किया
संत पापा बेनेदिक्त सोलहवें ने कहा है कि धर्मसतावट और हिंसा के गंभीर हालातों में भी
ईश्वर के प्रति प्रेम की शक्ति नफरत और मौत से कहीं ज्यादा मजबूत होती हैं। जो लोग हार
और अपमान सहते हुए सुसमाचार के लिये दुःख सहते हैं उनके कार्यों में जो दिव्य ताकत है
उसे संसार नहीं समझता है। उक्त बातें संत पापा ने 7 अप्रैल सोमवार को उस समय कहीं
जब वे रोम के संत बार्थोलोमीयो के महागिरजाघर के प्रांगन में ईसाई शहीदों को अपनी श्रद्धाजलि
अर्पित कर रहे थे जिन्होंने 20वीं सदी में सुसमाचार प्रचार करते हुए अपने प्राणों का
बलिदान किया था।संत पापा ने आगे कहा कि जो प्रभु के प्यार के लिये शहीद होते हैं वे कभी
हारते नहीं पर सदा ही विजयी होते हैं। ज्ञात हो कि संत पापा ने जिन लोगों को सम्मानित
किया उनमें काथलिक ऑर्थोडॉक्स अंगलिकन और प्रोटेस्टंट कलीसिया के सदस्य भी शामिल थे।