ईराक मे धार्मिक स्वतंत्रता, मानवाधिकारों की रक्षा, स्थायी शांति और लोकतंत्र की स्थापना
ही वाटिकन और अमेरिका का लक्ष्य
वाटिकन के लिये अमेरिका की राजदूत मेरी गलेनडेन ने कहा है कि अप्रैल माह मे संत पापा
की अमेरिका यात्रा के दौरान संत पापा बेनेदिक्त 16 वें और राष्ट्रपति जॉर्ज डब्ल्यू बुश
धार्मिक स्वतंत्रता, मानवाधिकार और ईराक में स्थायी शांति और लोकतंत्र की स्थापना जैसे
महत्वपूर्ण मुद्दों पर विचार-विमर्श करेंगे। वाटिकन रेडियो को दिये अपने साक्षात्कार
में राजदूत मेरी ऐन ग्लेनडन ने कहा कि संत पापा और राष्ट्रपति बुश के विचार ईराक से
जुड़े़ मामलों पर एक समान हैं। अमेरिका के राजदूत ने कहा कि ईराक युद्ध और ईराक मे
अल्पसंख्यक ख्रीस्तीय समुदाय को सुरक्षा प्रदान करने संबंधी मामलों पर वाटिकन और अमेरिका
के विचार सामान्य थे। मेरी ऐन ने य़ह भी बताया कि हाल में मोसुल के महाधर्माध्यक्ष पौलुस
फेराज़ राह्हो के अपहरण और हत्या के बाद वाटिकन और अमेरिका दोनों के वक्तव्य में समानता
थी। दोनों ने आतंकवाद की कड़ी निन्दा की थी विशेषकर के स्वार्थपूर्ण राजनीतिक लाभ के
लिये आतंकवाद का सहारा लेने और धर्म को मोहरा बनाने का जमकर विरोध किया था। अमेरिका के
दूत का मानना है कि ईराक अभी एक कठिन दौर से गुज़र रहा है। समाज में कुछ ऐसे तत्व सक्रिय
हैं जो ईराक में लोकतंत्र बहाली को सफल होने देना नहीं चाहते हैं। अमेरिका के राजदूत
ने यह भी स्वीकार किया कि यद्यपि ईराक में युद्ध शुरु होने से पहले अमेरिका और वाटिकन
के विचारों में कुछ भिन्नताएँ थीं पर आज की बदली हुई परिस्थिति में दोनों ही पक्ष स्वीकार
करते हैं कि स्वतंत्र, लोकतांत्रिक और स्थायी शांति की स्थापना ही उनका लक्ष्य है। दोनों
ही पक्ष चाहते हैं कि इराक ऐसा देश बने जहाँ विभिन्न धर्मावलंबियों का जीवन सुरक्षित
रहे।